इनसे देख प्रभु को अपने
विजयलक्ष्मी विभा इलाहाबाद(उत्तरप्रदेश)************************************ ईश्वर और मेरी आस्था स्पर्धा विशेष….. इनसे देख प्रभु को अपने,देती हूंँ मैं तुझे नयन,जो तुझको भायें रे बंदे,कर ले उनका आज चयन॥इनसे तू कुछ भी देखेगा,सिर्फ दिखेगा रे भगवन।जिसके आगे बिना किए ही,किया करेगा शीश नमन॥इन नयनों की खूबी है ये,जो मांगे मिल जाए धन।सारा जग प्रभुमय हो जाए,मन हो या हो … Read more