माँ तो माँ ही होती

डॉ.रामावतार रैबारी मकवाना ‘आज़ाद पंछी’  भरतपुर(राजस्थान) *************************************************************************** चाहे अच्छी हो चाहे बुरी हो आखिर में माँ तो माँ ही होती है, बच्चे को सुलाती सूखे में, माँ खुद गीले में सोती हैl जब-जब बच्चा रोता है तब-तब माँ अपना दूध पिलाती हैं, भर जाता माँ का आँचल ममता से, अमृत की धारा बहती हैंl चाहे…ll … Read more

कलम की दु:खभरी दास्तां

डॉ.रामावतार रैबारी मकवाना ‘आज़ाद पंछी’  भरतपुर(राजस्थान) ************************************************************************************************ सोच रही है पागल कलम,कैसी दुनिया आई है, लाज-शर्म के शब्द भूलकर,बे-शब्दों की झड़ी लगाई है पड़ी तमाशा देख रही हूँ,ऐसी धाक जमाई है, लुप्त हो रही मैं तो मेरे घर में,मुझ पर ऐसी शामत आई हैl सोच रही… मेरे कारण तू इंसान बना,फिर महान बना, इस भरी … Read more

दहेज़

डॉ.रामावतार रैबारी मकवाना ‘आज़ाद पंछी’  भरतपुर(राजस्थान) ************************************************************************************************ आज भी लोग सरेआम दहेज़ लेते हैं, पर वो नालायक है बेटी वाले जो दहेज़ देते हैं फिर जिंदगीभर लोगों के सामने रो-रोकर कहते हैं, कि बेटे वाले मेरी बेटी को दु:ख देते हैं। दबा देते हैं बेटियों को दहेज़ के तले, फिर बेटियाँ जिंदगी भर रोती हैं … Read more