manorama
प्रीत का उत्सव होली
मनोरमा जोशी ‘मनु’ इंदौर(मध्यप्रदेश) **************************************************** होली उत्सव प्रीत का, मचा रंग का हाट हर दिन फागुन प्रीत के, नवल पढ़ाये पाठ। नयनों ही नयनों हुए, रंगों के संकेत रह-रह महके रातभर, केशर कस्तूरी के खेत। प्रीत महावर की तरह, इसके अलग हैं रंग बतियाती पायल हँसे, हँसे ऐड़ियाँ संग। रंगमयी आईने, बिसरे सभी गुमान जो … Read more
जी चाहता है
मनोरमा जोशी ‘मनु’ इंदौर(मध्यप्रदेश) **************************************************** सहे जुल्म जिसने सदियों से अब तक, उनको उबारो,यह जी चाहता है। करते रहे आदिशक्ति की पूजा मगर मातृशक्ति कुंठित रही है। हुआ नहीं मान भूलकर भी, नारी आज भी व्याकुल विवश हो रही है। तड़पती तिरस्कृत है आज ममता, उसे अपनाने को जी चाहता है। दुर्गा लक्ष्मी अहिल्या सीता, … Read more
नारी तेरे रूप अनेक
मनोरमा चन्द्रा रायपुर(छत्तीसगढ़) ******************************************************** ‘अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस’ स्पर्धा विशेष………………… अनेक रूप हैं नारी तेरे, पूत जनन कर,जननी कहाती स्नेही,करुणामयी,मूरत तेरी, संकटों से न,तू घबराती। अपने आत्मसम्मान के लिए, लड़ जाती,सारे जग से सबला बनकर,जीवन जीती, तुझमें धैर्य की खान,है भरी। बेटी,बहन,माँ,का रूप धरती, संबंधों के सूत्र में ढलती पुरुष संगिनी,बनकर नारी, अपना फर्ज,नित पूरा करती। … Read more
बसंती बयार
मनोरमा जोशी ‘मनु’ इंदौर(मध्यप्रदेश) **************************************************** मेरे पिया गये परदेश, सखी री मेरा मन तरसे बसंती रंग बरसे, जिया में कैसे रंग हरखे। सरसों बढ़ती अरहर बढ़ती, गढ़ती नहीं कहानी राह ताकते हो गई उमर सयानी, टूट गये सब्र के फूल मन पुलके तन हरसे, बसंती रंग बरसे। बौर फूलते गेंदा हँसते, महुआ भी यदमात कौन … Read more