किस राष्ट्रचेतना की बात करते हैं हम ?

श्रीमती लीना मेहंदलेगोवा**************************** राष्ट्रचेतना का उदय राष्ट्र के चिंतन से होता है! राष्ट्र चिंतन होता है राष्ट्र के दर्शन या तत्वज्ञान से,लेकिन भारत के विद्वान शिक्षाविद पंडित लोग यह सोचते हैं कि भारत देश के पास अपना कहने लायक कोई तत्वदर्शन नहीं है! जिसे बात पर विश्वास ना हो,वह संघ लोक सेवा आयोग से पूछे। … Read more