रूहानी रिश्ता
तारा प्रजापत ‘प्रीत’ रातानाड़ा(राजस्थान) ************************************************* एक अजीब-सा रिश्ता है हमारा, खून का नहीं दिल का। कोई नहीं हो मेरे फिर भी, अपने से लगते हो। निश्चित पूर्वजन्म का, कोई सम्बन्ध रहा होगा, जो हम तुमसे मिले। घड़ीभर भी, तेरे ख़्यालों से जुदा नहीं होते। मालूम नहीं क्यों ? एक बेचैनी लिये दिल तड़पता है, तेरे … Read more