इच्छा

डॉ. प्रताप मोहन ‘भारतीय’ सोलन(हिमाचल प्रदेश) ******************************************************************* आदमी की हसरतों का कोई अंत नहीं, एक पूरी हुई नहीं कि दूसरी उत्पन हो जाती है, और हसरतों को पूरी करने में, पूरी ज़िन्दगी गुज़र जाती है। इच्छाएं सीमित रखे, तभी अच्छी ज़िन्दगी जी पाएंगे, वर्ना इच्छाओं के चक्कर में पूरी, ज़िन्दगी गवाएंगे। इच्छाएं होती है, बेवफा … Read more

आधुनिक श्रवण कुमार

डॉ. प्रताप मोहन ‘भारतीय’ सोलन(हिमाचल प्रदेश) ******************************************************************* वृद्धाश्रम में, एक युवक अपने माँ बाप को छोड़ने आया। और देखिए, विधि की विडम्बना उसने अपना, नाम ‘श्रवण कुमार’ बताया॥ परिचय-डॉ. प्रताप मोहन का लेखन जगत में ‘भारतीय’ नाम है। १५ जून १९६२ को कटनी (म.प्र.)में अवतरित हुए डॉ. मोहन का वर्तमान में जिला सोलन स्थित चक्का … Read more

वतन पर कुर्बान कर दी सारी ज़िन्दगानी

डॉ. प्रताप मोहन ‘भारतीय’ सोलन(हिमाचल प्रदेश) ******************************************************************* चंद्रशेखर आजाद शहीद दिवस स्पर्धा विशेष……….. नाम था `आज़ाद`, सपना था देश को कराना आज़ाद, और स्वयं भी रहे ज़िन्दगी भर आज़ादl १४ वर्ष की उम्र से ही क्रांति का रास्ता चुना, खेलने-कूदने की उम्र में मौत का रास्ता चुनाl देश को आजाद कराने में की, अपनी जवानी … Read more

चरित्र

डॉ. प्रताप मोहन ‘भारतीय’ सोलन(हिमाचल प्रदेश) ******************************************************************* चरित्र ही सबसे बड़ा अमूल्य धन है, यदि चरित्र ही नहीं रहा तो आप, सबसे निर्धन हैंl पैसा गया तो दुबारा फिर आ जाएगा, पर चरित्र ख़राब होने के बाद दोबारा नहीं बन पाएगाl चरित्र दर्पण है आपके विचारों का, आपके व्यवहारों का दूसरे के प्रति नजरिए का, … Read more

रोटी

डॉ. प्रताप मोहन ‘भारतीय’ सोलन(हिमाचल प्रदेश) ******************************************************************* लोग रोटी के लिए, मेहनत करते हैं बेईमानी करते हैं, फरेब करते हैं मारपीट करते हैं चोरी करते हैं, कभी-कभी तो क़त्ल भी, करते हैं एक रोटी के लिए…l क़त्ल करने के बाद, आपकी रोटी कमाने की समस्या ख़त्म, हो जाती हैl क़त्ल के बाद, आपको जेल हो … Read more

आँगन

डॉ. प्रताप मोहन ‘भारतीय’ सोलन(हिमाचल प्रदेश) ******************************************************************* घर का प्रवेश द्वार है आँगन, बड़े-बूढ़ों के आराम का स्थान है आँगन। घर की स्त्रीयों के, लिए मेल-मिलाप का स्थान है आँगन। पशु-पक्षियों के लिए, बसेरा है आँगन। खुशियों की शहनाई, बजती है आँगन में और गम के समय भी, लोग जुडते है आँगन में। हमारे दिन … Read more

यूरोप में भारत विरोध निरर्थक

डॉ.वेदप्रताप वैदिक गुड़गांव (दिल्ली)  ********************************************************************** यूरोपीय संघ की संसद में अब भारत की डटकर भर्त्सना होने वाली है। उसके ७५१ सदस्यों में से ६०० से भी ज्यादा ने जो प्रस्ताव यूरोपीय संसद में रखे हैं,उनमें हमारे नए नागरिकता कानून और कश्मीर के पूर्ण विलय की कड़ी आलोचना की है। जिन सांसदों ने इस कानून को … Read more

लाल बहादुर शास्त्री

डॉ. प्रताप मोहन ‘भारतीय’ सोलन(हिमाचल प्रदेश) ******************************************************************* कद में छोटे, पर मजबूत इरादे नहीं कभी किये, देश से झूठे वादे। सादा जीवन, उच्च विचार यही था उनके, जीवन का आधार भारत पाक युद्ध में, दिया पाक को हार का उपहार, थे विनम्र और सहनशील। नहीं किया, किसी को कभी जलील समझते थे आम आदमी की … Read more

भाजपा पीछे नहीं हटेगी

डॉ.वेदप्रताप वैदिक गुड़गांव (दिल्ली)  ********************************************************************** आज तीन-चार खबरों को एक साथ रखकर मैं सोचता रहा कि आशा की किरण भी उभर रही है और साथ ही घनेरे बादल भी छाते चले जा रहे हैं। एक तरफ डोनाल्ड ट्रम्प और इमरान दावोस में मिल रहे हैं और ट्रम्प कह रहे हैं कि आप चाहें तो मैं … Read more

सिले रहे होंठ..रुंधा रहा गला

कुँवर प्रताप सिंह कुंवर बेचैन प्रतापगढ़ (राजस्थान) ********************************************************************** वह कहता था वह सुनती थी, जारी था एक खेल कहने-सुनने का। खेल में थी दो पर्चियाँ एक में लिखा था ‘कहो’, एक में लिखा था ‘सुनो।’ अब यह नियति थी, या महज़ संयोग ? उसके हाथ लगती रही वही पर्ची जिस पर लिखा था ‘सुनो।’ वह सुनती … Read more