कितने हो निर्लज्ज बताओ…
प्रियांशु तिवारी ‘सागर’ कटनी(मध्यप्रदेश) ****************************************************************** जब बंटवारा हुआ देश का,पूरा भारत रोया था, कुछ लोगों की नाकामी पर रात-रात न सोया थाl दिन का चैन-रात की नींदें छीन विदेशी चले गये, और हमारे भारत के नेता जी सारे छले गयेl चले गये अंग्रेज़ी लेकिन अपना भारत तोड़ गये, जाते-जाते इस भारत में धर्मवाद वो छोड़ … Read more