छूट जाता है कोई सिरा

डॉ. लखन रघुवंशी बड़नगर(मध्यप्रदेश) ************************************************** छूट जाता है हर बार कोई सिरा, कि छोड़ दिया जाता है जानते हुए भीl शुरू करने के लिए कुछ तो चाहिएगा की उम्मीद लिए हुए, लेकिन कोई बात अपने अर्थ को नहीं पातीl तुम नासमझ हो या समझना ही नहीं है तुम्हें, कि सिरा कोई भी हो,कहीं भी छोड़ा … Read more

समन्दर

डॉ. लखन रघुवंशी बड़नगर(मध्यप्रदेश) ************************************************** पक्षियों को समंदर से प्यार है, वे जब भी पानी को छूकर अपने पंख फड़फड़ाते हैं, मानो समंदर की सोयी आत्मा को जगाते हैं। और सिर्फ नदियाँ ही समंदर में नहीं मिलती, अंततः सारे रास्ते भी समंदर में मिल जाते हैं। हम ज़मीन के रास्ते समंदर की यात्रा करते हैंll