माटी की गुड़िया

रश्मि लता मिश्रा बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ****************************************************************** मैं माटी की गुड़िया हूँ, मिट्टी में मिल जाना है। माना शक्ल मेरी भी थी, कहते लोग खजाना है। सुंदर आँखें,गोरा रंग था, लटें भी थीं घुंघराली होंठ गुलाबी,चाल हिरनिया, मैं भी थी मतवाली। क्रूर नापाक पंजों से,पर कर ना पाई सुरक्षा। जानवरों के उन पंजों ने, देखो मुझे … Read more

चाँद

रश्मि लता मिश्रा बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ****************************************************************** महताब दर महताब, बस बिखरे आपके ख्वाब। दूज का चाँद दिखा, तो मांगा सजन सलोना। ईद के चाँद से की, जल्दी आने की याचना। चौधरी के चाँद में नायिका का मुखड़ा है, तुम मुस्काते चाँद से कहे, बिरहन अपना दुखड़ा है। संदेश पिया को दे आ रे चंदा, मनाकर … Read more

‘मेरी अनुभूति’ का विमोचन १५ जून को

बिलासपुर(छत्तीसगढ़)। रचनाकार रश्मि लता मिश्रा की पुस्तक ‘मेरी अनुभूति’ का विमोचन १५ जून २०१९ को सेक्टर ६ नोएडा में होने जा रहा है। नोएडा एन्टरप्रेन्योर्स एसोसिएशन के सभागार में यह समारोह किया जाएगा। समारोह सुबह १० बजे से प्रारम्भ होगा। छत्तीसगढ़ निवासी रश्मि लता मिश्रा द्वारा रचित इस किताब का प्रकाशन वर्तमान अंकुर द्वारा किया … Read more

धर्म और विज्ञान का सहयोगी बनना जरुरी

रश्मि लता मिश्रा बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ****************************************************************** “जब-जब होई धरम की हानि, बाढ़ आई असुर अधम अभिमानी…” एक तरफ तो पुराण कुछ इस तरह से धर्म की व्याख्या करते हैं,जिसमें जप-तप,दान-सेवा का बड़ा महत्व है,किंतु गीता में- “यदा-यदा ही धर्मस्य…” जैसे श्लोकों के आधार पर कर्म को धर्म से भी श्रेष्ठ माना गया हैl इसमें कर्म … Read more

नशे में ही रह दिल…

रश्मि लता मिश्रा बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ****************************************************************** नशे में ही हम हैं,नशे में जमाना, नशे में ही रह दिल,होश में ना आना। बेदर्द दुनिया का जुल्मी चलन है, जीने-मरने की खाते कसम हैं। आता है इनको कसम का भुलाना, नशे में ही रहना…॥ दौलत के संग दिल भी,पलड़े में तौले, दिल की कीमत कम ही बोले। … Read more

सलामत रहे ये आँचल

रश्मि लता मिश्रा बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ****************************************************************** आँचल एक मखमली अहसास, बालक हेतु जागीर दुनिया की। माँ का आँचल मिले, तो गम उसके पास नहीं फटकते और मुस्कुरा उठता है बालक, माँ के आँचल तले। प्रेमिका के आँचल पर तो, कई प्रेमियों ने गीत लिख डाले दे डाली सलाह उड़ते आँचल को संभालने की। नायिका भी … Read more

खुशी

रश्मि लता मिश्रा बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ****************************************************************** जीवन आधार है खुशी, सुखद उदगार है खुशी। कौन गम से दो-चार चाहता है होना, सभी का प्यार है खुशी। माता-पिता प्रथम कहलाना सौभाग्यसंग खुशी, संतान को खिलखिलाते देख मिलकर खिलखिलाना, अंदाज यै ख़ुशी। अपनी खुशी में तो, यह मिलती ही है। औरों की तरक्की से मिले उदारता संग … Read more

अपनी धुन

रश्मि लता मिश्रा बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ****************************************************************** कोई मैं तो अपनी ही धुन करना दुनिया से क्या ? भक्ति रस लागी लगन करना दुनिया से क्या ? मेरी भक्ति का एतबार कर लो, तुम भी संगीत से प्यार कर लो बढ़ा सरगम में है दम, करना दुनिया से है क्या ? मेरी भक्ति का एतबार कर … Read more

सिसकता किसान

रश्मि लता मिश्रा बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ****************************************************************** भंडार अन्नपूर्णा का बढ़ाएं, खेतों से काट फसलें जमा करता है खलिहान, कोटि-कोटि जनता का अन्नदाता है मगर अपने ही घर में, सिसकता किसान…,सिसकता किसानl दारिद्रय जिसकी व्यथा रही, क्या कहे वह अपनी अनकही कर्ज़ों के बोझ तले, हृदय में शूल गड़े संयम पे वश ना चले, राह कोई … Read more

पृथ्वी दिवस

रश्मि लता मिश्रा बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ****************************************************************** विश्व धरा दिवस स्पर्धा विशेष…………… जरूरत आन पड़ी पृथ्वी पर पृथ्वी दिवस मनाने की अपनी धरती के संरक्षण हेतु देखो अलख जगाने की, जूलियन कॉर्निंग नहीं पहले पृथ्वी दिवस का नाम दिया २२ अप्रैल जन्म दिवस को पृथ्वी दिवस सम्मान दिया, १ सप्ताह चले यह मेला पर्यावरण सुरक्षा को … Read more