मतभेद भुलाने का पर्व संक्रांति

सानिया आदिल पाशामुम्बई (महाराष्ट्र)********************************** मकर सक्रांति स्पर्द्धा विशेष…. सूर्य ने अपनी आँखें खोली,आकाश में उजाला छा गया। पक्षी अपने-अपने घरों से दाने की खोज में निकल पड़े। मुर्गे ने सबको संदेश दिया, जागो आज मकर संक्राति है। रमेश पिता के साथ आँगन में बैठा था। उसने अपने बाबा से पूछा कि,बाबा मकर संक्रांति का मतलब … Read more