कुदरत की ओर
सुरेश चन्द्र ‘सर्वहारा’ कोटा(राजस्थान) *********************************************************************************** प्रकृति और मानव स्पर्धा विशेष…….. हरपल ही आपाधापी में भाग रहा है जीवन, इससे तन है चुका-चुका-सा थका-थका रहता मन। दो पल भी अब समय रहा ना करने को मिल बातें, भाग दौड़ में दिवस बीतते चिन्ता में घुल रातें। काम-कमाई के चक्कर में भूल गए अपनों को, नहीं समय … Read more