कुछ दीप अवश्य जला देना
शंकरलाल जांगिड़ ‘शंकर दादाजी’रावतसर(राजस्थान) ******************************************************** आओ सब मिल याद करें,आजादी के परवानों कोखुद का ही बलिदान किया,उन ऐसे सभी जियालों को। सीमा पर लड़ते रहते थे,हर मौसम की मार सहीहोली-दीवाली भूल गए,याद रही अपनी धरती। ऐसे उन मतवालों को,जो लिपट तिरंगे आते थेजान आन पर देते पर,अपना सिर नहीं झुकाते थेl आज दिवाली का दिन है,उनको … Read more