मन के हारे हार,मन के जीते जीत

इलाश्री जायसवाल नोएडा(उत्तरप्रदेश) ******************************************************* बात उन दिनों की है,जब मैंने उच्च शिक्षा के लिए कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में प्रवेश लिया। मैं बहुत खुश थी,क्योंकि विश्वविद्यालय में पढ़ने का सपना पूरा हो गया था। छात्रावास में रहती थी। अपना खर्चा खुद उठाने के लिए मैंने सोचा कोई छोटी-सी नौकरी कर लूं। तलाशने पर पता चला कि वहां … Read more

जागी है विभा..

हेमा श्रीवास्तव ‘हेमाश्री’ प्रयाग(उत्तरप्रदेश) ********************************************************************* आँखें जगी है, रात सोई-सोई-सी बातें छिड़ी हैं। आँगन बीच, ये स्वप्निल नयन ये नभ झील। है मंद-मंद, चल रही पवन पलकें बंद। गुजर रही, पहर पे पहर रात सहमी। कुतर रहा, कोई चाँद धीरे से वो घट रहा। बोझिल कंठ, सूखे मुख अधर मादक गंध। औंधी पड़ी है, वो … Read more

मुझे जिंदा रहने दो…

इलाश्री जायसवाल नोएडा(उत्तरप्रदेश) ******************************************************* ‘अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस’ स्पर्धा विशेष………………… कुछ अनकही कहने दो, सपनों को बुनने दो… मेरी आवाज़ को जिंदा रहने दो। बहुत उठाए जिम्मेदारियों के बोझ, साँझ-सवेरे हर रोज़… पर कुछ हकों को जिंदा रहने दो। थक के गहरी नींद आ गई, कभी चिंताओं से नींद उड़ गई… पर खुली आँखों का सपना … Read more