आम आदमी की समस्याओं को उकेरा `सवालों की दुनिया` ने

डाॅ.आशा सिंह सिकरवार अहमदाबाद (गुजरात )  **************************************************************** सवालों की दुनिया ग़ज़ल संग्रह वरिष्ठ साहित्यकार कृष्ण बक्षी का है। विगत पाँच दशक से निरन्तर नवगीत और ग़ज़ल लिख रहे इस संग्रह में आपने आम आदमी की समस्याओं को व्यापक तौर पर उकेरा है,जिसके मूल में देश की वास्तविक परिस्थितियों को केन्द्र में रखकर ग़ज़लें लिखीं गई … Read more

तुम्हें लापता घोषित किया जाएगा

डाॅ.आशा सिंह सिकरवार अहमदाबाद (गुजरात )  **************************************************************** न जाने कब बारिश हो धरती जगह-जगह से दरक रही है, बूँद-बूँद पानी को तरसी जुबान कुलबुलाती आँतें, बारिश हो भी जाए तो क्या बह जाएंगे, थाली और लोटे भीगी,ठिठुरती देह पर कौन छाएगा छप्पर ? भूख के आगे, कौन रख देगा रोटी ? वे पहुंचेंगे जरूर तब … Read more

स्वर्ग की तलाश खत्म हो गई

डाॅ.आशा सिंह सिकरवार अहमदाबाद (गुजरात )  **************************************************************** ‘प्रेम’ को बचाने की जद्दोजहद में, मिटता जा रहा है प्रेम मिट रहा है अपनत्व,स्नेह माता-पिता और बच्चों के बीच, दादा-दादी और नाती-पोतों के बीच पति-पत्नी और बच्चों के बीच, भाई-बहन और परिवार के बीच शहर में मकान बढ़ते जा रहे हैं, घर हो रहे हैं लापताl चलो! … Read more

सनातन काल से स्त्री

डाॅ.आशा सिंह सिकरवार अहमदाबाद (गुजरात ) **************************************************************** माँ अंधी थी हमारी, पिताजी की उंगली पकड़कर उम्र भर चलतीं रहीं। अगर वे उन्हें रुकने को कहते तो वे रुक जाती थीं, फिर चल देतीं उन्हीं के पीछे-पीछे। कभी नहीं गयीं कहीं अकेली वे, कभी नहीं सोंचती थीं अपने बारे में, कभी नहीं किया कुछ अपने मन … Read more