रफ़्तार बनती हैं बेटियाँ
प्रीति शर्मा `असीम` नालागढ़(हिमाचल प्रदेश) ****************************************************************** जीवन में झंकार, बनती है बेटियाँ। एक लय-एक ताल, बनती है बेटियाँ। जिंदगी चाहे जैसे भी, चलती रहे। जिंदगी की एक, रफ्तार बनती है बेटियाँ। जीवन में सात सुरों का, राग बनती है बेटियाँ। जिंदगी का आगाज, बनती है बेटियाँ। रस्मों-रिवाजों से, कितना भी हम डरते रहें, एक त्यौहार … Read more