मुझे समझौता ही रहने दो…
प्रीति शर्मा `असीम`नालागढ़(हिमाचल प्रदेश)******************************************** जिंदगी में,बहुत बड़े-बड़े खवाब तो नही देखेमेरी आँखों में,छोटे-छोटे गूंगे,सपने तो रहने दो।मुझे समझौता ही रहने दो… जिंदगी से,मैंने सौदे तो नहीं किएसच का सामना करने…