दादी कुछ कहती थी

सुबोध कुमार शर्मा  शेरकोट(उत्तराखण्ड) ********************************************************* भोर में वो उठ जाती थी, स्व कर्म में लग जाती थी। मौन सदा वह रहती थी, दादी फिर भी कुछ कहती थी॥ हाथ में माला वह रखती थी, राम राम उर में वो जपती थी। मूक भाव में रह कर भी सदा, दादी फिर भी कुछ कहती थी॥ पास … Read more

नव वर्ष

सुबोध कुमार शर्मा  शेरकोट(उत्तराखण्ड) ********************************************************* नया वर्ष है नया दिवस है, नया गगन है,नई धरा है। नया चंद्र है,नई चंद्रिका, नवीन नक्षत्र,नव निशा है॥ नवीन गायन नवीन लय है, नई नवेली कवि प्रिया है। नया सृजन है नवीन प्रतिभा, नवीन शैली,नई विधा है॥ नवीन आलोकमय है कण, नए वर्ष का जगत नया है। नवीन पुष्पों … Read more

श्राद्ध

सुबोध कुमार शर्मा  शेरकोट(उत्तराखण्ड) ********************************************************* श्राद्ध पक्ष में श्रद्धा भाव अनायास आ जाता है, या अंतर में व्याप्त भय पीड़ा को दर्शाता है। यदि ऐसा नहीं तो जीवित निर्बल बुजुर्गों को, क्यों घर सुविधा त्याग वृद्धाश्रम छोड़ आता है॥ श्रद्धा का सम्मान कर अपने बुजुर्गों का सम्मान करो, आने वाली नव पीढ़ी के सम्मुख एक … Read more