राष्ट्रवाद:विश्व-बन्धुता की ओर कदम बढ़ना चाहिए

सुरेश चन्द्र ‘सर्वहारा’ कोटा(राजस्थान) *********************************************************************************** मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है। समाज के बिना उसके अस्तित्व की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। समाज का स्वरूप परिवार से लेकर पड़ौस,गाँव,शहर,राज्य,देश और दुनिया तक विस्तृत हो सकता है। प्रत्येक व्यक्ति को अपने जन्मस्थान,अपनी गली,गाँव,शहर और देश से लगाव होता है। इसी लगाव के कारण आदमी अपने … Read more