बदलता है रंग आसमाँ भी कैसे-कैसे..

डॉ. स्वयंभू शलभ रक्सौल (बिहार) ****************************************************** बड़े अज़ीब दिन हैं ये और बड़े अजीब हैं ये अहसास…,हर दिन मानो एक नया इम्तहान लेकर सामने आता है और दिलो-दिमाग पर उदासी की एक नई लकीर खींचकर चला जाता है…l इस जद्दोजहद से बाहर निकलने की कोशिश भी कामयाब नहीं होती…,भीतर का अंधेरा बाहर के अंधेरे के … Read more

शांति निकेतन

डॉ. स्वयंभू शलभ रक्सौल (बिहार) ****************************************************** भाग-८………. `शांति निकेतन` यात्रा और कंकालितला मंदिर के दर्शन के बाद अगला लक्ष्य भुवनेश्वर का था,जहां के कई प्रमुख स्थल हमारी जिज्ञासा के केन्द्र में थे…l सुबह ८:३० बजे हम ‘इंटरसिटी एक्सप्रेस’ से गुस्करा से हावड़ा के लिए रवाना हुए…बर्दवान स्टेशन होते हुए यह ट्रेन १२ बजे हावड़ा पहुंची। … Read more

शांति निकेतन

  डॉ. स्वयंभू शलभ रक्सौल (बिहार) ****************************************************** भाग-७…… बोलपुर में शांति निकेतन,विश्वभारती और सृजनी शिल्पग्राम के भ्रमण के बाद हमारा अगला लक्ष्य कंकालितला मंदिर के दर्शन का था…l माँ काली को समर्पित यह प्रसिद्ध मंदिर बोलपुर से करीब १० किमी की दूरी पर स्थित है…l पश्चिम बंगाल लोक कला और संस्कृति के साथ धार्मिक आस्था … Read more