जन्मदात्री
उमेशचन्द यादव बलिया (उत्तरप्रदेश) *************************************************** आठों याम जो जीती-मरती दिवा हो या रात्रि, महिमा का जिसकी वर्णन ना हो,वो है जन्मदात्री। हरदम दु:ख ले,सुख ही देती धैर्य में जैसे धारित्री, खुद भूखे रह भोग लगाती,जय हो तेरी जन्मदात्री। गीला हो जाए जब बिस्तर माघ में हो अँधियारी रात्रि, शिशु को सूखे खुद गीले पर सो … Read more