देश के गद्दार
विजय कुमार मणिकपुर(बिहार) ****************************************************************** ऐ वतन के गद्दारों कैसे वतन का सौदा किया, जिस माँ ने तुमको जन्म दिया उस माँ की धरा को तूने बेच दिया। कायरता की हदें पार की अपने घर के गद्दारों ने, माँ की ममता बहन का प्यार न समझे ऐसा गद्दार। धिक्कार है तेरी करनी पे तुम मर जाओ … Read more