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प्रथम विजेता बने डॉ. विद्या पटेल ‘सौम्य’ व ललित गर्ग

इंदौर (मप्र)।

हिन्दी की प्रतिष्ठा में यथासंभव बढ़ोतरी और सहयोग की दिशा में इस बार हिंदीभाषा डॉट कॉम परिवार द्वारा ‘दीप जलें, मन महके’ विषय पर १०२वीं स्पर्धा कराई गई। इसमें पद्य में प्रथम विजेता बनने का अवसर डॉ. विद्या पटेल ‘सौम्य’ (प्रयागराज, उप्र) को मिला है, तो गद्य में ललित गर्ग (दिल्ली) सफल रहे हैं।
यह जानकारी मंच-परिवार की सह-सम्पादक श्रीमती अर्चना जैन व संस्थापक-सम्पादक अजय जैन ‘विकल्प’ ने दी। श्रीमती जैन ने बताया कि, उक्त दीपावली विशेष विषय पर श्रेष्ठता अनुरुप निर्णायक मंडल ने पद्य में पहले क्रम पर ‘प्रिय स्मृतियों में तेरे’ रचना के लिए ‘सौम्य’ को चुना है, जबकि ‘राम सिया अभिनंदन’ हेतु सरोज प्रजापति ‘सरोज’ (मंडी, हिमाचल प्रदेश) द्वितीय विजेता है। इसी तरह तृतीय स्थान प्रो. डॉ. शरद नारायण खरे (मंडला, मप्र) की रचना ‘ज्योति पर्व दीपावली’ को मिला है।
उक्त परिणाम के लिए मंच की संयोजक प्रो.डॉ. सोनाली सिंह, मार्गदर्शक डॉ.एम.एल. गुप्ता ‘आदित्य’, परामर्शदाता डॉ. पुनीत द्विवेदी (मप्र), विशिष्ट सहयोगी एच.एस. चाहिल व प्रचार प्रमुख श्रीमती ममता तिवारी ‘ममता’
(छग) ने विजेताओं व सहभागियों को हार्दिक बधाई दी है।
श्रीमती अर्चना जैन ने बताया कि, हिंदी साहित्य अकादमी (मप्र) से अभा नारद मुनि पुरस्कार-सम्मान एवं १ राष्ट्रीय कीर्तिमान प्राप्त १.५५ करोड़ दर्शकों-पाठकों के अपार स्नेह और १० सम्मान पाने वाले इस मंच की उक्त स्पर्धा में गद्य वर्ग में प्रथम स्थान ‘आत्मिक उजाले का महापर्व दीपावली’ आलेख पर ललित गर्ग का है। इसी में पदमा अग्रवाल (कर्नाटक) का आलेख ‘सामाजिक-सांस्कृतिक धुरी है आलोक पर्व’ दूसरे स्थान पर रहा है।