पटियाला (पंजाब)।
साहित्य का आनंद लेते हुए स्वाभिमान साहित्यिक मंच ने ३६वां राष्ट्रीय कवि दरबार आयोजित किया। इस कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों से कवियों ने अपनी रचनाओं से मंच को रोशन कर दिया।
कार्यक्रम का आयोजन नरेश कुमार आष्टा ने किया। अध्यक्षता साहित्यकार सिद्धेश्वर ने की। आपने अपने सरल और प्रभावी शब्दों से सभी को परिचित कराया। आगाज कमल शर्मा ने सरस्वती वंदना से किया। उन्होंने विदेशों में रह रहे बच्चों पर स्वरचित कविता ‘दूर कहीं समुंदर पार’ प्रस्तुत की, जिसने सभी को गहराई से सोचने पर मजबूर कर दिया। प्रसिद्ध ग़ज़लकार संतोष मालवीय ने अपनी प्रसिद्ध गजल ‘मेरे मन चौरे पर खुशियों के दीपक धर गया कोई’ सुनाकर माहौल बदल दिया। ग़ज़लकार रशीद गौरी, हजारी सिंह, कालजयी घनश्याम, सम्पती चौरे एवं दिव्यांजलि सोनी ‘दिव्या’ आदि ने भी उम्दा रचनाएँ पढ़कर सबको प्रेरित किया।
संचालन की जिम्मेदारी जागृति गौड़ ने संभाली।