हरिहर सिंह चौहान
इन्दौर (मध्यप्रदेश )
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श्राद्ध, श्रद्धा और हम (पितृ पक्ष विशेष)….
वह हमारे पितृ, हमारे लिए सब कुछ हैं,
उनकी आशाओं पर हम सटीक बैठें
यही अभिलाषा है हम सभी की,
श्राद्ध दिन में श्रध्दा का मान हो…।
उनका दुनिया से चले जाना,
पर दुनिया में उनके अधूरे कार्यों को पूरा करना हमारा फ़र्ज़ है हमारा धर्म है,
श्राद्ध दिन में श्रध्दा का मान हो…।
वो भूखे नहीं रहें, उनका मन तृप्त हो,
उनके आशीर्वाद से हम खुश रहें
हमारे पूर्वज हमारे लिए पुण्य के पुष्प हैं,
श्राद्ध दिन में श्रद्धा का मान हो…।
वह राह नहीं भटकें, इसके लिए,
हम ऐसी रोशनी प्रफुल्लित करें
पुण्य के उदयमान सूरज बनें,
श्राद्ध दिन में श्रद्धा का मान हो…।
वह हमारे पितृ देवता हमारे सब कुछ,
उन्हें नाराज़ ना हम करें
वह हमारे पथ प्रदर्शक स्वाभिमान हैं
श्राद्ध दिन में श्रद्धा का मान हम करें…॥