नारनौल।
मनुमुक्त ‘मानव’ मेमोरियल ट्रस्ट के नाम एक और विशिष्ट उपलब्धि दर्ज हो गई है। गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने ट्रस्ट द्वारा भारत की स्वाधीनता के अमृत महोत्सव के सुअवसर पर १५ अगस्त को आयोजित आभासी अंतरराष्ट्रीय कवि-सम्मेलन को सर्वाधिक देशों के सबसे बड़े कवि-सम्मेलन के रूप में दर्ज किया है।
रिकॉर्ड्स द्वारा जारी प्रमाण-पत्र के अनुसार इस कवि-सम्मेलन में ६ महाद्वीपों और ५१ देशों के ७५ कवियों ने काव्य-पाठ किया था,जो विश्व रिकॉर्ड है।
न्यास के मुख्य न्यासी डाॅ. रामनिवास ‘मानव’ ने बताया कि रिकॉर्ड बुक में न्यास के किसी कार्यक्रम को प्रथम बार दर्ज किया गया है,जो बड़ी प्रसन्नता की बात है। इस विशिष्ट उपलब्धि हेतु सभी कवियों के अतिरिक्त भारत से अंतरराष्ट्रीय संबंध परिषद्, नई दिल्ली के निदेशक नारायण कुमार,पूर्व राजनयिक तथा केंद्रीय हिंदी निदेशालय,भारत सरकार(नई दिल्ली) के सहायक निदेशक डॉ. दीपक पांडेय,कुलपति डॉ. निर्मला एस मौर्य, कुलपति डॉ उमाशंकर यादव,कुलाधिपति डाॅ. एचएस बेदी,मध्य प्रदेश साहित्य अकादमी(भोपाल) के निदेशक डॉ विकास दवे,डॉ.पूर्णमल गौड़,नरेश नाज़,डॉ. हरिसिंह पाल आदि महानुभावों ने आयोजक और संयोजक डाॅ. ‘मानव’ को बधाई दी है। सम्मेलन में एशिया,आस्ट्रेलिया,अफ्रीका आदि महाद्वीपों और देशों से डॉ. रमा पूर्णिमा शर्मा, सुएता दत्त चौधरी,अमित अहलावत,डॉ. उर्मिला मिश्रा, अर्चना ठाकुर,कल्पना लालजी और आरती हेमराज आदि शामिल रहे।