रोहतक (हरियाणा)।
डॉ. मधुकांत के कहानी संग्रह ‘एक अपराजित सत्य’ का लोकार्पण सांपला के प्रतिष्ठित कालीधाम आश्रम में हुआ। १००८ स्वामी कृष्णानंद परमहंस ने यह करते हुए कहा कि, लगभग २०० पुस्तकों का सृजन करने वाले डॉ. मधुकांत के साहित्य, विशेषकर स्वैच्छिक रक्तदान साहित्य के कारण विश्व में सांपला का गौरव बढ़ा है। हरियाणा साहित्य अकादमी द्वारा सूर पुरस्कार से सम्मानित डॉ. अनूप बंसल मधुकांत ने बताया कि पुस्तक में संग्रहित १२ कहानियों का सृजन ‘कोरोना’ काल में हुआ है। सभी कहानियाँ प्रकाशित व पुरस्कृत हो चुकी है। स्वामी परमहंस ने इस अवसर पर मेघावी छात्रों और अध्यापकों को सम्मानित किया। कार्यक्रम में श्री महाराज गायत्री त्रिवेणी, उद्योगपति राजेंद्र अग्रवाल, प्रो. सत्यदेव, श्रीमती कांता बंसल, संजीव खुराना, श्रीमती प्रीति बंसल उपस्थित रहे।