भोपाल (मप्र)।
म.प्र. हिन्दी साहित्य सम्मेलन के शुभेच्छु तथा भारतीय प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी रहे स्व. पी.पी. अग्रवाल ने बी.आर.एम.पी. सेवा न्यास (भोपाल) के माध्यम से पत्नी स्व. माधुरी अग्रवाल (हिन्दी साहित्य की गंभीर अध्येता) की स्मृति में मध्यप्रदेश के युवा लेखकों के लिए नवलेखन पुरस्कार स्थापित किया था। संबंधित समस्त कार्रवाईयों के लिए उन्होंने ‘सम्मेलन’ को अधिकृत किया। इसी के तहत ३० सितंबर २०२४ तक सम्मेलन ने प्रविष्टियाँ चाही हैं।
सम्मेलन के साहित्य मंत्री (०७५५-२७७३२९०) ने बताया कि ‘माधुरी अग्रवाल स्मृति पुनर्नवा’ पुरस्कार की नियमावली अनुसार सम्मेलन के तत्वावधान में वर्ष २०२४ के लिए कविता, कहानी-उपन्यास, गीत-ग़ज़ल तथा गद्येतर विधा-यथा नाटक, निबंध, संस्मरण व आलोचना आदि के लिए ४ रचनाकारों लेखक (मप्र का मूल निवासी) को यह पुरस्कार दिए जाएंगे। प्रत्येक पुरस्कार की राशि ३१०० होगी। प्रविष्टि के रूप में गत ३ कैलेण्डर वर्षों में प्रकाशित अपनी पहली पुस्तक अथवा पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित रचनाओं की कतरनें भेजना होंगी। जिन लेखकों को ‘सम्मेलन’ का वागीश्वरी पुरस्कार मिला है, वे और इसी प्रकार ‘पुनर्नवा’ पुरस्कार के आवेदक भी एक ही वर्ष में वागीश्वरी पुरस्कारों में प्रविष्टि नहीं दे सकेंगे। मूल्यांकन समिति द्वारा पुरस्कार हेतु संस्तुत रचनाकारों को ‘सम्मेलन’ के वार्षिक अलंकरण समारोह में पुरस्कृत किया जाएगा।