बाबूलाल शर्मा
सिकंदरा(राजस्थान)
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रक्षाबंधन विशेष…
रिश्तों का अनुबन्ध शुभ, रक्षा बन्धन पर्व।
सनातनी शुभ रीतियाँ, उत्तम संस्कृति गर्व॥
पूनम भादौ मास में, राखी का त्योहार।
भाई का रक्षा वचन, हर्षे बहिन अपार॥
विष्णु पत्नि लक्ष्मी शुभे, वे नारद मुनि रंग।
बलि को राखी भेजकर, लाई हरि हर संग॥
रीति सनातन काल से, बंधु बहिन का प्यार।
सांसारिक शुभ रीति यह, परिवारी व्यवहार॥
भक्त श्रवण को पूजते, मान्य गेह प्रतिहार।
रक्षा बन्धन कर करे, पूजा मय मनुहार॥
कर्मवती मेवाड़ हित, भेजी राखी डोर।
लाज हुमायूं कब रखी, चुभती बात कठोर॥
संग मने संस्कृत दिवस, राखी के दिनवार।
पावन भादौ मास में, त्योहारी मनुहार॥
खेत भरे मक्का हँसे, घर परिजन परिवार।
पावस ऋतु मनमौज है, राखी का त्योहार॥
बहन कहे अब रीति नव, सुन ले भैया बात।
पहली राखी देश हित, फिर सैनिक तरु तात॥
भाई के राखी बँधे, ढाई टप्पा बात।
नवयुगीन नवरीतियाँ, प्राकृतहित सौगात॥
कृषक और मजदूर को, राखी पर सौगात।
पकवानों की मौज हो, राखी संगत बात॥
राखी डोर तिरंग शुभ, भारत माँ के चित्र।
उन देशों में भेज दें, जो भारत के मित्र॥
राखी यमुना गंग की, सागर नर समुदाय।
चन्द्र सूर्य अंबर धरा, प्राकृत पानी गाय॥
राखी जननी तात की, बहिन भुवा हित भ्रात।
प्रीति रीतियाँ डोर शुभ, सनातनी सौगात॥
पशुधन धरा किसानहित, दीन हीन बीमार।
बटुक फकीरा सन्त सब, राखी पर सत्कार॥
मानवता हित देश से, जिसको सच्ची प्रीत।
राखी बंधन कर उसे, मानो निज मनमीत॥
राखी बंधन प्रीत का, पावन सत्य प्रतीक।
रखिए तो राखी भली, नहीं रखे तो ठीक॥
देश और परदेश में, हिन्दुस्तान रिवाज।
जग में राखी भेज दो, प्रीति रीति परवाज॥
सुनो सभी से अर्ज है, साँझ सवेरे भोर।
देश सुरक्षा हित सभी, बाँधो रक्षा डोर॥
जड़ चेतन मय जीवजग, मानवीय हित मित्र।
राखी के हकदार सब, आन मान शुभ चित्र॥
नित्य यहाँ त्योहार हो, सतत मंगलाचार।
प्रेम प्रीति सद्भावना, राखी भव व्यवहार॥
राखी की बातें अमित, कही सुनी हो माफ।
शर्मा बाबू लाल का, मन कहता सच साफ॥
परिचय : बाबूलाल शर्मा का साहित्यिक उपनाम-बौहरा है। आपकी जन्मतिथि-१ मई १९६९ तथा जन्म स्थान-सिकन्दरा (दौसा) है। सिकन्दरा में ही आपका आशियाना है।राजस्थान राज्य के सिकन्दरा शहर से रिश्ता रखने वाले श्री शर्मा की शिक्षा-एम.ए. और बी.एड. है। आपका कार्यक्षेत्र-अध्यापन (राजकीय सेवा) का है। सामाजिक क्षेत्र में आप `बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ` अभियान एवं सामाजिक सुधार के लिए सक्रिय रहते हैं। लेखन विधा में कविता,कहानी तथा उपन्यास लिखते हैं। शिक्षा एवं साक्षरता के क्षेत्र में आपको पुरस्कृत किया गया है।आपकी नजर में लेखन का उद्देश्य-विद्यार्थी-बेटियों के हितार्थ,हिन्दी सेवा एवं स्वान्तः सुखायः है।