नारनौल (हरियाणा)।
हैदराबाद और सिकंदराबाद की ३ लोकप्रिय संस्थाओं-गीत चाँदनी, हिंदी लेखक-संघ और गोलकोंडा दर्पण विचार-मंच के संयुक्त तत्वावधान में सुप्रसिद्ध साहित्यकार और शिक्षाविद् डॉ. रामनिवास ‘मानव’ के सम्मान में कार्यक्रम आयोजित किया गया। नामपल्ली स्थित हिंदी प्रचार-सभा के सभागृह में इस ‘कविता की शाम:डॉ. ‘मानव’ के नाम’ कार्यक्रम में एक दर्जन से अधिक कवियों ने काव्य-पाठ किया।
गोलकोंडा दर्पण पत्रिका के संपादक गोविंद अक्षय के कुशल संचालन तथा गीत चाँदनी संस्था के सभापति चंपालाल बैद की अध्यक्षता में इस कार्यक्रम के प्रारंभ में कवयित्री सुधा ठाकुर ने डॉ. ‘मानव’ का परिचय प्रस्तुत करते हुए उनके बहुआयामी साहित्य के विभिन्न पक्षों के महत्व को भी रेखांकित किया। तत्पश्चात् एक दर्जन से अधिक कवियों ने काव्य-पाठ किया, जिनमें डॉ. ‘मानव’ के अतिरिक्त सुरेश गुगलिया, सलादुद्दीन नैयर, दीपक चंडालिया, अनिल कुमार गुप्ता, लतीफुद्दीन लतीफ, तस्लीम जोहर, शोभा देशपांडे और जाहिद हरियाणवी आदि रहे। मुख्य अतिथि डॉ.* ‘मानव’ ने अपने संबोधन में ‘समकालीन परिदृश्य में कविता की प्रासंगिकता’ विषय पर कहा कि कविता मानवीय मनोभावों की जीवंत और कलात्मक अभिव्यक्ति है। कविता समय-सापेक्ष ही नहीं, जीवन-सापेक्ष भी होती है और इसीलिए जब तक मनुष्य रहेगा, मनुष्य में भावना और संवेदना रहेगी, कविता भी जीवित रहेगी। डाॅ. ‘मानव’ के काव्य-पाठ को भी खूब वाह-वाही मिली। कार्यक्रम में विभिन्न संस्थाओं द्वारा शॉल, मुक्तक माला और साहित्य भेंट कर डॉ. ‘मानव’ को सम्मानित किया गया।