बोधन राम निषाद ‘राज’
कबीरधाम (छत्तीसगढ़)
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सम्मान अपना तिरंगा….
अमर रहे गणतंत्र हमारा,
जन-गण-मन का नारा है।
आसमान पर देख तिरंगा,
विश्व गगन का तारा है॥
सदियों से हम ठोकर खाएँ,
मिली आज आजादी ये।
चलो सहेजें अपनी धरती,
अब मत हो बर्बादी ये॥
वसुंधरा माँ के आँचल को,
हमने आज सँवारा है।
अमर रहे गणतंत्र हमारा…॥
शस्य श्यामला हरी-भरी हो,
बंजर धरती की क्यारी।
जय जवान का नारा गूँजे,
अमन चैन की किलकारी॥
है सशक्त विज्ञान हमारा,
दुश्मन को ललकारा है।
अमर रहे गणतंत्र हमारा…॥
वीर शहीदों वाली धरती,
रक्षा भार उठाना है।
आज तिरंगा हाथ लिए हम,
बलिदानी बन जाना है॥
सीमा पार न आये कोई,
अब जय घोष हमारा है।
अमर रहे गणतंत्र हमारा…॥