कुल पृष्ठ दर्शन : 192

You are currently viewing दोस्ती…मजबूत हाथ

दोस्ती…मजबूत हाथ

डॉ.अशोक
पटना(बिहार)
**********************************

यह ज़िन्दगी के सफ़र में,
मजबूत हाथ है
समर्पण और ज्ञान से परिपूर्ण,
सधा हुआ,
हरपल का साथ है।

यहां नजदीकियाँ हैं,
ग़म और तकलीफ़ है
नवजीवन का गीत है,
फलसफा है
समर्पण और आत्मचिंतन है,
प्रेम-भाव और सम्मान
देने वाली शख्सियत का,
हर पल मिलता साथ है।

यह जीवन्त रूप में,
सबसे प्रिय उद्गार है
तकलीफ़ हो तो,
सबसे मजबूत सहारा और व्यवहार है।

यह अपनत्व-ममत्व से भी बड़ा है,
दोस्ती प्रेम और विश्वास से
सबकुछ सही-सही राह पर
दिखता रिश्ता खड़ा है।

यह ईश्वरीय वरदान है,
सबकी आन बान और शान है
उन्मुक्त प्यार से सना,
सर्वोत्तम संस्कार है
नवीनतम कथाएं लिखने वाले लोगों को ही,
यह दोस्ती दिल से होता स्वीकार्य है।

यह भाई-बहन के प्यार से सना हुआ,
सुन्दर और स्नेहिल भाव
पैदा करता है,
रास्ते में आने वाली रूकावटें,
सबसे पहले खत्म करता है।

यह दुनिया का सबसे नायाब तोहफा है,
फ़लसफ़ा और सम्मान है
मजबूती से आगे बढ़ाने वाला,
सबसे खूबसूरत इन्सान है।

आओ हम-सब मिलकर यहां,
एक इतिहास लिखने में लग जाएं।
दोस्ती की दुनिया में, आगे बढ़ते हुए,
दोस्ती के रंग को दुनिया भर में फैलाएं॥

परिचय–पटना (बिहार) में निवासरत डॉ.अशोक कुमार शर्मा कविता, लेख, लघुकथा व बाल कहानी लिखते हैं। आप डॉ.अशोक के नाम से रचना कर्म में सक्रिय हैं। शिक्षा एम.काम., एम.ए.(अंग्रेजी, राजनीति शास्त्र, अर्थशास्त्र, हिंदी, इतिहास, लोक प्रशासन व ग्रामीण विकास) सहित एलएलबी, एलएलएम, एमबीए, सीएआईआईबी व पीएच.-डी.(रांची) है। अपर आयुक्त (प्रशासन) पद से सेवानिवृत्त डॉ. शर्मा द्वारा लिखित कई लघुकथा और कविता संग्रह प्रकाशित हुए हैं, जिसमें-क्षितिज, गुलदस्ता, रजनीगंधा (लघुकथा) आदि हैं। अमलतास, शेफालिका, गुलमोहर, चंद्रमलिका, नीलकमल एवं अपराजिता (लघुकथा संग्रह) आदि प्रकाशन में है। ऐसे ही ५ बाल कहानी (पक्षियों की एकता की शक्ति, चिंटू लोमड़ी की चालाकी एवं रियान कौवा की झूठी चाल आदि) प्रकाशित हो चुकी है। आपने सम्मान के रूप में अंतराष्ट्रीय हिंदी साहित्य मंच द्वारा काव्य क्षेत्र में तीसरा, लेखन क्षेत्र में प्रथम, पांचवां व आठवां स्थान प्राप्त किया है। प्रदेश एवं राष्ट्रीय स्तर के कई अखबारों में आपकी रचनाएं प्रकाशित हुई हैं।

Leave a Reply