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बंसत पर हुई लेखक संघ की कवि गोष्ठी

टीकमगढ़(मप्र)।

म.प्र. लेखक संघ जिला इकाई टीकमगढ़ एवं जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़ के बैनर तले बंसत पर केन्द्रित आनलाइन आडियो कवि गोष्ठी आयोजित की गई। इसकी अध्यक्षता वरिष्ठ व्यंग्यकार रामगोपाल रैकवार ने की। मुख्य अतिथि किशन तिवारी (भोपाल) रहे,जबकि विशिष्ट अतिथि रंगकर्मी साहित्यकार संजय श्रीवास्तव (दिल्ली) रहे।
माँ सरस्वती की वंदना से गोष्ठी का शुभारंभ वीरेन्द्र चंसौरिया ने किया। संजय श्रीवास्तव ने रचना सुनाई-‘आये रितु बसंत सुहावन,सरस मधुर मनभावन,टेसू दमकत डाली डाली,कोयल कूक रही मतवाली।’ तो ‘राना लिधौरी’ ने प्रेम पर दोहे सुनाए-
‘प्रेम करो ऐसा करो,मीरा सा हो ध्यान। आयेंगे दौड़े चेल,मुरलीधर भगवान॥ प्रेम हृदय प्रतिबिंब है,मन के भाव जगाय। इक दूजे के साथ में,हर्षित हृदय अपार॥’
हँसा श्रीवावास्तव सहित लखनलाल सोनी एवं डाॅ. रेणु श्रीवास्तव और सियाराम अहिरवार आदि ने भी रचना सुनाई। संचालन अध्यक्ष राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी’ ने किया।

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