कुल पृष्ठ दर्शन : 136

You are currently viewing मानसिकता

मानसिकता

डॉ.अशोक
पटना(बिहार)
**********************************

विचारों की दिशा में,
आगे बढ़ना होगा
समझने में मदद करने वाले लोगों को,
सब-कुछ समझना होगा।

यह मानव मस्तिष्क में,
उपजी तकलीफ़ का आगाज़ है
विचारों पर मंथन करने का,
साज-बाज है।

यह संस्कृति मूल्यों और
दर्शन का, सटीक लेखा-जोखा है
मन की स्थिति, दृष्टिकोण और
स्वभाव से रूबरू होने का,
सबसे प्रखर सलीका है।

यह हमारी आत्म छवि में वृद्धि करता है,
सुकून देने वाली ताकत से
सदैव मिलता दिखता है,
सरल जीवन बनाने में मदद करता है
खूबसूरत व आकर्षक सूत्र में,
पिरोकर सार्थक सन्देश देने वाली
एक मजबूत ताकत बनकर,
हमेशा सकारात्मक सोच से
हरक्षण भरी हुईं शक्ति को,
आगे बढ़ाने में मदद करता है।

यह शारीरिक स्वास्थ्य की,
सबसे प्रखर पहचान है
जीवंत-सांस्कृतिक विरासत,
सदैव आगे बढ़ाने वाली,
सबसे उन्नत आन-बान और शान है।

हमें सम्हलकर रहने की जरूरत है,
स्वस्थ मानसिकता से ही
ज़िन्दगी में आ सकती,
हरियाली व खूबसूरत सोहबत है॥

परिचय–पटना (बिहार) में निवासरत डॉ.अशोक कुमार शर्मा कविता, लेख, लघुकथा व बाल कहानी लिखते हैं। आप डॉ.अशोक के नाम से रचना कर्म में सक्रिय हैं। शिक्षा एम.काम., एम.ए.(अंग्रेजी, राजनीति शास्त्र, अर्थशास्त्र, हिंदी, इतिहास, लोक प्रशासन व ग्रामीण विकास) सहित एलएलबी, एलएलएम, एमबीए, सीएआईआईबी व पीएच.-डी.(रांची) है। अपर आयुक्त (प्रशासन) पद से सेवानिवृत्त डॉ. शर्मा द्वारा लिखित कई लघुकथा और कविता संग्रह प्रकाशित हुए हैं, जिसमें-क्षितिज, गुलदस्ता, रजनीगंधा (लघुकथा) आदि हैं। अमलतास, शेफालिका, गुलमोहर, चंद्रमलिका, नीलकमल एवं अपराजिता (लघुकथा संग्रह) आदि प्रकाशन में है। ऐसे ही ५ बाल कहानी (पक्षियों की एकता की शक्ति, चिंटू लोमड़ी की चालाकी एवं रियान कौवा की झूठी चाल आदि) प्रकाशित हो चुकी है। आपने सम्मान के रूप में अंतराष्ट्रीय हिंदी साहित्य मंच द्वारा काव्य क्षेत्र में तीसरा, लेखन क्षेत्र में प्रथम, पांचवां व आठवां स्थान प्राप्त किया है। प्रदेश एवं राष्ट्रीय स्तर के कई अखबारों में आपकी रचनाएं प्रकाशित हुई हैं।