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हँसी ना छोड़ो

अजय जैन ‘विकल्प’
इंदौर(मध्यप्रदेश)
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‘विश्व हास्य दिवस’ (५ मई) विशेष…

हँसो हँसाओ,
यही रंग जिंदगी
मुस्कान बाँटो।

खुशी अद्भुत,
इससे मिले शांति
है उपहार।

हँसना सुख,
दवा भी, है दुआ भी
यही है धूप।

बनते रिश्ते,
हँसी से बढ़े प्रेम
छोड़ो न इसे।

मिले उत्साह,
जागता तन-मन
मुस्कान राह।

दिल से हँसो,
है सकारात्मकता
गम भुला दो।

खुद यूँ हँसो,
हर कोई मुस्काए
तनाव भूले।

उदासी तोड़े,
सुख-दुःख पहिया
मुस्कान जोड़े।

है संजीवनी,
हँसना मत भूलो
मिल के झूमो॥