अमल श्रीवास्तव
बिलासपुर(छत्तीसगढ़)
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मकर सक्रांति स्पर्द्धा विशेष….

वर्ष २०२१ में मकर संक्रांति १४ जनवरी को मनाई जाएगी। इस दिन पर्व का का पुण्य काल ८ घंटे का रहेगा। शास्त्रों के अनुसार इस दौरान स्नान-दान से कई गुना फल प्राप्त होता है।
इस वर्ष मकर संक्रांति पर सूर्य,शनि,गुरु,बुध और चंद्रमा मकर राशि में होंगे। इस स्थिति को मकर संक्रांति के लिए बेहद शुभ फलदायी माना गया है।
सूर्यदेव के साथ नवग्रहों का विधि-विधान से पूजन करने पर व्यक्ति को मनचाहा वरदान प्राप्त होता है।
मकर संक्रांति के दिन दान का विशेष महत्व होता है। इस दिन व्यक्ति को अपने सामर्थ्यनुसार दान अवश्य करना चाहिए,साथ ही पवित्र नदियों में स्नान करना चाहिए। इस दिन खिचड़ी का दान देना विशेष फलदायी माना जाता है,तथा गुड़-तिल,रेवड़ी, गजक आदि को प्रसाद के रूप में बांटना भी शुभ माना गया है।
आज के दिन से सूर्य देव पूर्व से उत्तर की ओर गमन करने लगते है,इसी को उत्तरायण कहते हैं।इस समय से सूर्य की किरणें शुभता,सेहत और शांति को बढ़ाती हैं। जो आध्यात्मिक क्रियाओं से जुड़े व्यक्ति हैं उन्हें शांति और सिद्धि और सामान्य गृहस्थजनों को सांसारिक सुखों की प्राप्ति होती है।
वास्तव में आज का दिन पुरानी भूल,गलतियों को सुधार करने और भविष्य में न दुहराने के संकल्प लेने का है। पुराने कटु अनुभवों से सबक लेकर आगे बढ़ने की कार्य योजना बनाने का है।
स्वयं भगवान कृष्ण ने कहा है कि,उत्तरायण के ६ माह के शुभ काल में,जब सूर्य देव उत्तरायण होते हैं,तब पृथ्वी प्रकाशमय होती है। महाभारत काल के दौरान भीष्म पितामह जिन्हें इच्छामृत्यु का वरदान प्राप्त था,उन्होंने भी मकर संक्रांति के दिन शरीर का त्याग किया था।
आइए हम सब इस पुनीत पर्व को हर्ष,उल्लास के साथ मनाकर अपने गुण,कर्म,स्वभाव को उत्कृष्ट बनाने का संकल्प लें।
परिचय-प्रख्यात कवि,वक्ता,गायत्री साधक,ज्योतिषी और समाजसेवी `एस्ट्रो अमल` का वास्तविक नाम डॉ. शिव शरण श्रीवास्तव हैL `अमल` इनका उप नाम है,जो साहित्यकार मित्रों ने दिया हैL जन्म म.प्र. के कटनी जिले के ग्राम करेला में हुआ हैL गणित विषय से बी.एस-सी.करने के बाद ३ विषयों (हिंदी,संस्कृत,राजनीति शास्त्र)में एम.ए. किया हैL आपने रामायण विशारद की भी उपाधि गीता प्रेस से प्राप्त की है,तथा दिल्ली से पत्रकारिता एवं आलेख संरचना का प्रशिक्षण भी लिया हैL भारतीय संगीत में भी आपकी रूचि है,तथा प्रयाग संगीत समिति से संगीत में डिप्लोमा प्राप्त किया हैL इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ बैंकर्स मुंबई द्वारा आयोजित परीक्षा `सीएआईआईबी` भी उत्तीर्ण की है। ज्योतिष में पी-एच.डी (स्वर्ण पदक)प्राप्त की हैL शतरंज के अच्छे खिलाड़ी `अमल` विभिन्न कवि सम्मलेनों,गोष्ठियों आदि में भाग लेते रहते हैंL मंच संचालन में महारथी अमल की लेखन विधा-गद्य एवं पद्य हैL देश की नामी पत्र-पत्रिकाओं में आपकी रचनाएँ प्रकाशित होती रही हैंL रचनाओं का प्रसारण आकाशवाणी केन्द्रों से भी हो चुका हैL आप विभिन्न धार्मिक,सामाजिक,साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्थाओं से जुड़े हैंL आप अखिल विश्व गायत्री परिवार के सक्रिय कार्यकर्ता हैं। बचपन से प्रतियोगिताओं में भाग लेकर पुरस्कृत होते रहे हैं,परन्तु महत्वपूर्ण उपलब्धि प्रथम काव्य संकलन ‘अंगारों की चुनौती’ का म.प्र. हिंदी साहित्य सम्मलेन द्वारा प्रकाशन एवं प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री सुन्दरलाल पटवा द्वारा उसका विमोचन एवं छत्तीसगढ़ के प्रथम राज्यपाल दिनेश नंदन सहाय द्वारा सम्मानित किया जाना है। देश की विभिन्न सामाजिक और साहित्यक संस्थाओं द्वारा प्रदत्त आपको सम्मानों की संख्या शतक से भी ज्यादा है। आप बैंक विभिन्न पदों पर काम कर चुके हैं। बहुमुखी प्रतिभा के धनी डॉ. अमल वर्तमान में बिलासपुर (छग) में रहकर ज्योतिष,साहित्य एवं अन्य माध्यमों से समाजसेवा कर रहे हैं। लेखन आपका शौक है।