मंडला(मप्र)l
मातृका विवेक साहित्यिक मंच (दिल्ली)पर नौ दिनों तक माँ जगदंबा के नौ रूपों का बहुत ही सुंदर काव्यात्मक वर्णन रचनाकारों ने अपनी लेखनी के माध्यम से किया। भक्ति की शक्ति पर केन्द्रित कविताओं,भजनों,आरतियों ने आध्यात्म की धारा प्रवाहित कर दी।
मंच के मीडिया प्रभारी प्रो.(डॉ.)शरद नारायण खरे(मंडला,मध्य प्रदेश) ने बताया कि,मंच के समस्त सृजक साहित्यिक मूल्यों की पुनर्प्रतिष्ठा करने में अध्यक्ष प्रीति हर्ष,उपाध्यक्ष आरती तिवारी के मार्गदर्शन में अग्रसर हैं। नवरात्र के उद्देश्यों व उसके विविध आयामों पर लेखनी के माध्यम से मंच के सदस्यों ने सृजन किया,तथा गोष्ठी में एक से बढ़कर प्रस्तुतियां दीं। महाअष्टमी पर एक शाम माता के नाम
भजन संध्या का आयोजन किया गया। मंच की सभी इकाइयों के रचनाकार मनोरमा पंत, पद्माक्षी शुक्ल,कविता उपाध्याय,नीना मोहन,रेनू मिश्रा,ललिता पाठक,नारायणी जी,प्रीति डिमरी सहित अलका अरोरा,अनुज मेरठी,कल्पना सेठी तथा प्रो. खरे आदि रचनाकारों ने अपनी भक्ति रस से ओत-प्रोत भक्ति गीत की गंगा में गोता लगाते हुए मंच को अभिभूत कर दिया। लगभग २०० रचनाकारों ने इसमें सहभागिता कीl अध्यक्ष प्रीति हर्ष ने सबका आभार ज्ञापित कियाl