इमली का स्वयंवर

संजीव एस. आहिरेनाशिक (महाराष्ट्र)********************************************* फलियाँ लुटा चुकी हताश इमलियों पर अब,उग आयी है नई कोंपलेंखुले बदन पर इमलियों ने ओढ़ लिए हैं,कोमल पत्तियों के शानदार घोंसलेफिर सज-धज गयी है इमलियाँ,…

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हास्य-श्रृंगार के भावों से सराबोर रही काव्य गोष्ठी

सोनीपत (हरियाणा)। कल्पकथा साहित्य संस्था की १९८वीं ऑन लाइन काव्य गोष्ठी में सृजनकारों ने हास्य व्यंग्य और श्रृंगार रचनाओं से जोरदार समां बांधा। नकुड़ (उप्र) के विद्वान साहित्यकार सुनील कुमार…

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विकसित भारत और हम…

कवि संगम त्रिपाठीजबलपुर (मध्यप्रदेश)********************************************* विकास के कुछ पायदानों को अब जोड़ा जाना है... अर्थात हमारे देश की विकास की दिशा में निरंतर वृद्धि हो रही है, इसमें कोई संदेह नहीं…

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द्यूत का अंजाम

राधा गोयलनई दिल्ली****************************************** द्यूत खेलने का आमंत्रण खुद स्वीकार किया था,इन्द्रप्रस्थ से हस्तिनापुर तक का सफर किया थापता नहीं था द्यूत उसे किस नर्क में धकियाएगा,द्यूत का वो अंजाम उसे…

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विषय भले पुराना हो, किंतु प्रस्तुति में नयापन होना चाहिए

सम्मेलन... पटना (बिहार) | हमेशा सीखने की प्रवृत्ति बनी रहनी चाहिए। किसी भी रचना में लेखकीय प्रवेश नहीं होना चाहिए। लघुकथा का विषय भले पुराना हो, किंतु प्रस्तुति में नयापन…

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माँ रामश्री हिन्दी लघुकथा प्रतियोगिता-२०२४ हेतु अवसर

मथुरा (उ.प्र.)। अखिल भारतीय माँ रामश्री हिन्दी लघुकथा प्रतियोगिता -२०२४ के लिए प्रविष्टि आमंत्रित की गई है। २० जुलाई तक प्राप्त रचनाओं पर ही विचार किया जाएगा। दी गई जानकारी…

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शिव-शंकर जैसा कोई दानी नहीं

प्रीति तिवारी कश्मीरा ‘वंदना शिवदासी’सहारनपुर (उप्र)************************************************** मेरे शिव-शंकर के जैसा,कोई दानी नहीं।सच्चे मन से शरण में हूँ,कोई दयानी नहीं॥ शिव की कृपा से उनकी,सुंदर भक्ति जीवन में आए।शिव की करुणा…

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मैं घड़ी, वक़्त प्रियतम

सरोज प्रजापति ‘सरोज’मंडी (हिमाचल प्रदेश)*********************************************** दौड़ती, टिक-टिक मैं घड़ी हूँ,समय-प्रियतम प्रेयसी मैं हूँसमस्त जग वश, समय घड़ी हूँ,प्रेयसी सह-प्रिय सदा मैं हूँ। उच्चतम दर क्रय दे सजाते,शान-शौकत अहम इठलातेवाह! खूब,…

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श्वानों की बस्ती में योगाभ्यास…

संजीव एस. आहिरेनाशिक (महाराष्ट्र)********************************************* आजकल मौसम का कोई ठिकाना नहीं रहा है। कब, कौन-सा मौसम शुरू हो जाए, कुछ कहा नहीं जा सकता। अब यहीं देख लो न, मई के…

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सत्यवान-सावित्री

ममता तिवारी ‘ममता’जांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)******************************************* अपनी जब छोड़ी नहीं आस।बनी बिरहा मधुमय मधुमास…॥ नाम सती सावित्री जिसका,गौरव गाए युग-युग‌ उसका।यमराजा को दी चुनौती,मृत्यु‌ देव से माँग मनौती।ले आई यमलोक से साथ,पति को…

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