प्रेम का अकल्पनीय सच…
ममता तिवारी ‘ममता’जांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)************************************** नीली रश्मियों के सुरमई उजास,चारों ओर जल ही जलस्थल विहीन वायुमंडल,नितांत नीरवअपूर्व सुख शांति।एक सुगंधित पुष्प शैया,जुगनू से जलतेचार राजीव नयन,यह प्रलय है ?तो प्रलय ही रहने…