प्रेम का अकल्पनीय सच…

ममता तिवारी ‘ममता’जांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)************************************** नीली रश्मियों के सुरमई उजास,चारों ओर जल ही जलस्थल विहीन वायुमंडल,नितांत नीरवअपूर्व सुख शांति।एक सुगंधित पुष्प शैया,जुगनू से जलतेचार राजीव नयन,यह प्रलय है ?तो प्रलय ही रहने…

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माँ की महिमा का गुणगान विश्व साहित्य में सदियों से

उज्जैन (मप्र)। माँ की महिमा का गुणगान विश्व साहित्य में सदियों से होता आ रहा है। माँ के श्री चरणों में फलित होने वाले आशीष हैं, तो माँ के मस्तक…

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जिंदगी को उदास मत होने दो…

डॉ.अनुज प्रभातअररिया ( बिहार )**************************** जिंदगी को-उदास मत होने दोउदासी तो,गिरी पलकों की तरह होती हैजो सामने के अक्स को,धुंधला कर देती है। सोच को पत्थर मत होने दो,पत्थर होते…

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सारे बंद द्वार खुल जाएंगे

कवि योगेन्द्र पांडेयदेवरिया (उत्तरप्रदेश)***************************************** सत्ता के सिंहासन पे, सच्चा राजनेता हो तो,अधिकारी भ्रष्ट झूठ, बोल नही पाएंगे।अपने ही देश में, सुशासन का स्वप्न लिए,त्यागी अनुरागी नई, क्रांति ले के आयेंगे।…

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रोटी से जीवन

डॉ.एन.के. सेठीबांदीकुई (राजस्थान) ********************************************* रोटी कपड़ों के बिना, जीवन है लाचार।जीवनभर करता मनुज, सही-गलत व्यापार॥सही-गलत व्यापार, काम निशि दिन वह करता।रहता भूखे पेट, ध्यान वह सबका रखता॥करता मन से द्वेष,…

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सुकून

डॉ. वंदना मिश्र ‘मोहिनी’इन्दौर(मध्यप्रदेश)************************************ "अमन…. मैं ऑफिस जा रही हूँ," राधिका अपने पर्स को उठाते हुए बोली। "ओके बाय टेक केयर…..।"राधिका ने अपनी पुरानी स्कूटी स्टार्ट की और निकलने को…

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कवि मन की बात

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* मैं कवि हूँ, कवि अमर जगत,जिसे कालचक्र यशगान करेहूँ अतीत वर्तमान भविष्यत,दर्पण मानक युग मान करे। मैं कवि मन की बात सुनो मगन,बिन लोभ…

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वासना रसायन में उलझे सब

हेमराज ठाकुरमंडी (हिमाचल प्रदेश)***************************************** आशाओं के सब भँवर टूट गए,तट विहीन हो रही मोह नदियाँतृष्णाओं के जाले फेंक-फेंक कर,पकड़ रहे हैं विकारों की मछियाँ। झुरमुट बन मद झाड़ है उपज…

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लघुकथा प्रतियोगिता हेतु प्रविष्टि ३० जून तक आमंत्रित

इंदौर (मप्र)। क्षितिज संस्था, इंदौर द्वारा २९ अक्टूबर २०२३ को इंदौर में अखिल भारतीय लघुकथा सम्मेलन-२०२३ आयोजित किया जा रहा है। इस अवसर पर विश्व लघुकथा प्रतियोगिता भी आयोजित की…

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स्मृतियाँ

डॉ. प्रताप मोहन ‘भारतीय’सोलन(हिमाचल प्रदेश)***************************************************** हमारे जीवन में,होती हैंबहुत सारी स्मृतियाँ,कुछ अच्छी और कुछ ख़राब स्मृतियाँअच्छी स्मृतियाँ हमें,खुशी प्रदान करती हैजीवन में आनंद,भर देती है।अच्छी स्मृतियाँ जीने का, आधार प्रदान करती…

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