मैं हिन्दी हूँ

डॉ. कुमारी कुन्दनपटना(बिहार)****************************** हिन्दी की बिन्दी… मैं हिन्दी हूँ, जानी पहचानी,नाम पड़ा, जब आए ईरानीयाद करो, वो सिंधु सभ्यता,हिन्द से बने, हम हिन्दुस्तानी। लिपि हमारी, देवनागरी पुरानी,मैं हिन्दी हूँ, भाषाओं की रानीसंस्कृत लगे है, मेरी बहना,उर्दू और फारसी मेरा गहना। स्वर और व्यंजन मेरा खजाना,छंद-अलंकार से इसे सजानापढ़ना-लिखना मान बढ़ाना,प्यार भरे खत इससे सजाना। जग … Read more

कौन है दोषी ?

शशि दीपक कपूरमुंबई (महाराष्ट्र)************************************* प्रकृति से खिलवाड़… सुरंग विकास परियोजना से कई वर्ष पहले अधिकतर लोग पहाड़ों पर पर्यटकों को आकर्षित करने व रोजी-रोटी के लिए बस गए। इन लोगों ने बिना सरकारी अनुमति लिए पहाड़ों के सबसे निचले हिस्से में सबसे पहले अपने अस्थाई घर बनाने आरंभ किए। धीरे-धीरे एक दूसरे की देखा-देखी से … Read more

सर्वोत्तम दिन

डॉ.अशोकपटना(बिहार)********************************** मकर संक्रांति विशेष… मोक्ष प्राप्ति का सर्वोत्तम दिन,पिता-पुत्र मतभेद मिटाता। सनातनी इतिहास का है व्यापक संस्कार,है यह पर्व है एक भाग्य विधाता। सूर्य की दिखती महत्वपूर्ण भूमिका,शनिदेव को है मकर में प्रवेश कराता। सूर्य पुत्र संग एक मिलन व्यवहार,उन्नत दिखता है यह संस्कार। पवित्र गंगे का धरती अवतरण,मन को है करता खूब प्रसन्न। सबमें … Read more

सकारात्मक सोच के साथ मनाया ‘विश्व हिंदी दिवस’

संगोष्ठी… पटना (बिहार)। हम हिंदी की बात करते हैं, पर हिंदी में नहीं करते। हम हिंदी का विकल्प अंग्रेजी में ढूंढते हैं। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने वर्ष १९३६ में भारत के राज्यों में हिंदी के प्रचार-प्रसार के उद्देश्य से अपनी कर्मस्थली वर्धा में राष्ट्रभाषा प्रचार समिति की स्थापना की थी। उनके ही मूल प्रस्ताव पर … Read more

जीवन अब बिखरा-बिखरा

राधा गोयलनई दिल्ली****************************************** प्रकृति से खिलवाड़… जोशीमठ जो दरक गया है, बड़ी तबाही का खतरा है,कितने लोग हो गए बेघर, जीवन अब बिखरा- बिखरा है। आजीविका का नहीं है साधन, कैसे करें कमाई,हाय मानव तेरे कारण बड़ी मुसीबत आई। लाखों पेड़ काट डाले, सड़कों का जाल बिछाया,बड़ी गाड़ियों ने सड़कों पर भारी जाम लगाया। बड़ी … Read more

गोष्ठी में किया सुंदर रचना पाठ से आनंदित

hindi-bhashaa

लखनऊ (उप्र)। भिक्षुक साहित्यिक-सांस्कृतिक एवं समाज सेवा संस्था (राजा जी पुरम) की जनवरी २०२३ की मासिक काव्य गोष्ठी और सम्मान समारोह १५ जनवरी को संस्था के सभागार में कवि चन्द्र देव दीक्षित की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। इसमें सत्यदेव द्विवेदी ‘पथिक’ का मुख्य आतिथ्य, डॉ. शोभा दीक्षित का विशेष आतिथ्य, तरुण प्रकाश का अति … Read more

मेरे प्यारे श्याम

बोधन राम निषाद ‘राज’ कबीरधाम (छत्तीसगढ़)****************************************************** जय श्री कृष्ण (भाग-२)… महिमा तेरे नाम की, गाऊँ सुबह व शाम।जब तक घट में प्राण है, मेरे प्यारे श्याम॥ छोड़ तुझे जाऊँ कहाँ, करूँ कहाँ विश्राम।इन चरणों में आपके, सुख-दु:ख चारों धाम॥ प्यारे मोहन साँवरे, कभी न जाना भूल।मेरे माथे पर रहे, तव चरणों की धूल॥ ग्वालों की टोली … Read more

मधुर मकर संक्रांति

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* आओ मुँह मीठा करो,गुड़, तिल खाओ जान।संबंधों में नेह हो, है संक्रांति महान॥ प्रेम बढ़े हम लोग का, मेला घूमें आज।तू मेरे,मैं दिल तिरे, कर लें हरदम राज॥ सूर्यदेव की वंदना, से जीवन में हर्ष।मिलन, नेह अब रोक ना, तभी फलेगा वर्ष॥ गंगा तट पर हम मिलें, करने पावन नेह।दो दिल … Read more

जय मातृभूमि जन गण भारत

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक)********************************************************************** संक्रांति विशेष… जय मातृभूमि जन गण भारत,लो उत्तरायण अरुणाभ किरणमकर संक्रान्ति उत्सव पावन,बिहू लोहड़ी पोंगल भारत। अरुणिम प्रभात रविभोर किरण,गणतंत्र लसित समरस भावनचहुँ शस्य श्यामला हरित भरित,बलिदान प्राण अर्जित भारत। चहुँ नृत्य गीत संगीत मगन,पा आशीष तिल पितु गुरुजनसब पापशमन लोहड़ी अनल,आलोक खुशी खिलता भारत। चहुँ हॅंसित धरा मुस्कान कृषक,सीमांत … Read more

कविता बिष्ट ‘नेह’ सम्मानित

hindi-bhashaa

देहरादून (उत्तराखंड)। ‘विश्व हिंदी दिवस’ पर (केडीएमआईपीई) ओएनजीसी राजभाषा साहित्य सम्मान समारोह बहुत व्यवस्थित रूप से हुआ। इसमें कविता बिष्ट ‘नेह’ को ‘राजभाषा साहित्य सम्मान’ से सम्मानित किया गया। ओएनजीसी के समूह महाप्रबंधक नंदन वर्मा, प्रबंधक गौतम दीक्षित एवं संजय भट्ट (राजभाषा प्रभारी) ने यह सम्मान दिया। समारोह का संचालन श्री भट्ट ने किया।