डॉ.अशोक
पटना(बिहार)
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मकर संक्रांति विशेष…
मोक्ष प्राप्ति का सर्वोत्तम दिन,
पिता-पुत्र मतभेद मिटाता।
सनातनी इतिहास का है व्यापक संस्कार,
है यह पर्व है एक भाग्य विधाता।
सूर्य की दिखती महत्वपूर्ण भूमिका,
शनिदेव को है मकर में प्रवेश कराता।
सूर्य पुत्र संग एक मिलन व्यवहार,
उन्नत दिखता है यह संस्कार।
पवित्र गंगे का धरती अवतरण,
मन को है करता खूब प्रसन्न।
सबमें दिखता प्रखर और सुन्दर उद्गार,
भीष्म पितामह का शरीर त्याग।
मोक्ष प्राप्ति का मिलता है इस दिन भाग्य,
सऺकरासुर का हुआ था सही संहार है।
खुशियाँ बांटने का है कहलाता,
इसलिए यह पवित्र पावन त्योहार है।
दही, चूड़ा और तिलकुट है मेल,
जन-जन तक यह पहुंचाता मेल।
स्नान-ध्यान का सुन्दर है दर्शन,
सबमें दिखता अनूठा प्रदर्शन।
शुभ मुहूर्त की है लाती है अनुपम बारी,
जगत संसार में खुशियाँ मिलती है सारी।
दक्षिणायन से उत्तरायण का सौन्दर्य,
सबके होते हैं आज़ भाग्य उदय।
देह त्याग का है यह सबसे पवित्र दिन,
मन में सुकून और खुशियाँ देती है सम्पूर्ण।
तिल और गुड़ का बनता है आज़ मिष्ठान,
दान-पुण्य का है यह दिन उन्नत व महान्।
उड़द की खिचड़ी का सम्पूर्ण महत्व,
खुशियाँ लेकर आतीं है हर दिल में अमरत्व।
पोंगल, नबन्ना, ओणम, बिहू और वैशाखी,
लोहड़ी पर्व है सब इस पावन पर्व के संवासी।
आओ हम-सब मिलकर यहां एक,
परिवार और समाज संग यह त्योहार मनाएं।
शुभकामनाएं और आशीर्वाद के संग,
शुभ मुहूर्त को जन-जन तक घर पहुंचाएं॥
परिचय–पटना (बिहार) में निवासरत डॉ.अशोक कुमार शर्मा कविता, लेख, लघुकथा व बाल कहानी लिखते हैं। आप डॉ.अशोक के नाम से रचना कर्म में सक्रिय हैं। शिक्षा एम.काम., एम.ए.(अंग्रेजी, राजनीति शास्त्र, अर्थशास्त्र, हिंदी, इतिहास, लोक प्रशासन व ग्रामीण विकास) सहित एलएलबी, एलएलएम, एमबीए, सीएआईआईबी व पीएच.-डी.(रांची) है। अपर आयुक्त (प्रशासन) पद से सेवानिवृत्त डॉ. शर्मा द्वारा लिखित कई लघुकथा और कविता संग्रह प्रकाशित हुए हैं, जिसमें-क्षितिज, गुलदस्ता, रजनीगंधा (लघुकथा) आदि हैं। अमलतास, शेफालिका, गुलमोहर, चंद्रमलिका, नीलकमल एवं अपराजिता (लघुकथा संग्रह) आदि प्रकाशन में है। ऐसे ही ५ बाल कहानी (पक्षियों की एकता की शक्ति, चिंटू लोमड़ी की चालाकी एवं रियान कौवा की झूठी चाल आदि) प्रकाशित हो चुकी है। आपने सम्मान के रूप में अंतराष्ट्रीय हिंदी साहित्य मंच द्वारा काव्य क्षेत्र में तीसरा, लेखन क्षेत्र में प्रथम, पांचवां व आठवां स्थान प्राप्त किया है। प्रदेश एवं राष्ट्रीय स्तर के कई अखबारों में आपकी रचनाएं प्रकाशित हुई हैं।