२०२१ के भी २८ सम्मान घोषित किए साहित्य अकादमी ने
भोपाल (मप्र)। रुके हुए पुरस्कार एकसाथ जारी करने की सर्वत्र प्रशंसा... प्रदेश की साहित्य अकादमी (मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद्) मध्यप्रदेश शासन संस्कृति विभाग (भोपाल) द्वारा बेहद अल्प समय में कुछ वर्ष…
भोपाल (मप्र)। रुके हुए पुरस्कार एकसाथ जारी करने की सर्वत्र प्रशंसा... प्रदेश की साहित्य अकादमी (मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद्) मध्यप्रदेश शासन संस्कृति विभाग (भोपाल) द्वारा बेहद अल्प समय में कुछ वर्ष…
जबलपुर (मप्र)। अंतर्राष्ट्रीय विश्व मैत्री मंच के वर्ष २०२२ के विधा पुरस्कारों की घोषणा की गई है। पुरस्कार के अंतर्गत मानधन, श्रीफल, शॉल एवं स्मृति चिन्ह वरिष्ठ साहित्यकार गिरीश पंकंज…
अब्दुल हमीद इदरीसी ‘हमीद कानपुरी’कानपुर(उत्तर प्रदेश)********************************************* ज़ख़्म बढ़कर अब नहीं नासूर होना चाहिए।दर्द कोई है अगर तो दूर होना चाहिए। है ज़रूरी मश्वरे की जाँच हो हर तौर से,मश्वरा गर…
भोपाल (मप्र)। साहित्य अकादमी, मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद्, मध्यप्रदेश शासन संस्कृति विभाग (भोपाल) द्वारा अखिल भारतीय १३ एवं प्रादेशिक १५ कृति पुरस्कार वर्ष २०२० की घोषणा कर दी गई है। अखिल…
दिनेश चन्द्र प्रसाद ‘दीनेश’कलकत्ता (पश्चिम बंगाल)******************************************* मैं प्यासा हूँ पर पानी नहीं है,मैं भूखा हूँ पर खाना नहीं है।फूल बहुत हैं बाग में खिलते-पर किसी में भी खुशबू नहीं है॥…
डॉ. संगीता जी. आवचारपरभणी (महाराष्ट्र)***************************************** बच्चे कभी अपने माँ-बाप की प्रतिमा नहीं होते,वे उनकी खुद की स्वतंत्र प्रतिभा के धनी हैं होते। बच्चे शायद माँ-बाप के जीवशास्त्र के वारिस होते…
डॉ. श्राबनी चक्रवर्तीमनेन्द्रगढ़ (छत्तीसगढ़)********************************************* अजनबी शहर के ये नए रास्ते,मेरी तन्हाइयों पर यूँ ही मुस्कुराते रहेमैं कुछ दूर तक यूँ ही टहलती रही,वो पुराना शहर बहुत याद आता रहा। उन…
डॉ. कुमारी कुन्दनपटना(बिहार)****************************** श्रद्धा हत्याकांड.... सुन, श्रद्धा जैसी हर बेटी सुन,मनुज की फितरत को पहचानफूंक-फूंककर कदम बढ़ाना,रखना मान-मर्यादा का ध्यान। माँ-बाप तेरे शुभचिंतक हैं,उनके तजुर्बे का रखना मानस्वतंत्रता में उद्दंडता…
गोवर्धन दास बिन्नाणी ‘राजा बाबू’बीकानेर(राजस्थान)*********************************************** साहस-उत्साह-हिम्मत... बिना डरे अर्थात परिणाम की परवाह किए बिना जब किसी का भी सामना करते हैं, तब वह कार्य 'साहस' कहलाता है। उसी प्रकार जब किसी…
दुर्गेश कुमार मेघवाल ‘डी.कुमार ‘अजस्र’बूंदी (राजस्थान)************************************************** दिव्यांग दिवस (३ दिसम्बर) विशेष... आँखें अँधी है, कान है बहरे,हाथ-पांव भी भले विकलवाणी-बुद्धि में बनी दुर्बलता,विश्वास-हौंसला सदा अटल। अक्षमताओं से क्षमता पैदा कर,विकलांग…