साहित्यकार प्रो. शरद नारायण खरे सम्मानित

मंडला (मप्र)। काव्यांजलि संस्था द्वारा मंडला में अखिल भारतीय कवि सम्मेलन आयोजित किया गया। इसमें राष्ट्रीय गीतकार विष्णु सक्सेना ने राष्ट्रीय स्तर पर मंडला को गौरवान्वित करने वाले लेखक प्रो.…

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पृथ्वी की रक्षा कर्तव्य

डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’जमशेदपुर (झारखण्ड)******************************************* 'विश्व पृथ्वी दिवस (२२ अप्रैल)' विशेष... कहती पृथ्वीपर्यावरण दिनमानव जागे। उचित होगासंरक्षण करनाप्रत्येक दिन। दूषित करेनदियाँ जलाशयसोचता नहीं। उजाडे़ वनवृक्ष काटते सदाप्रगति नाम। बाढ़ बढा़एतूफा़न…

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करनी पड़ेगी चिंता

अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर (मध्यप्रदेश)****************************************** 'विश्व पृथ्वी दिवस (२२ अप्रैल)' विशेष... 'पृथ्वी',अनमोल तत्वकरनी पड़ेगी चिंता,वरना संकटजीवन। 'पृथ्वी',बचाना हैजल, जंगल, जमीन,जीवन कीमतीसमझो। 'पृथ्वी',तत्व घटेंगेजीव-जंतु तड़पेंगें,साँस छूटेगीमौत। 'पृथ्वी',जागरूकता जरूरी'विश्व पृथ्वी दिवस',पिघलती बर्फजागो। 'पृथ्वी',संकट…

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पुस्तकें कल्पवृक्ष और कामधेनु, प्रेरणा लें

ललित गर्ग दिल्ली*********************************** क्या सबसे अच्छी दोस्त…? (विश्व पुस्तक दिवस विशेष).... 'विश्व पुस्तक दिवस' जिसे 'विश्व पुस्तक प्रतिलिपि दिवस' भी कहा जाता है, पुस्तक-संस्कृति को बल देने और पढ़ने की…

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किताबें ही मन को पढ़ती

संजय वर्मा ‘दृष्टि’ मनावर (मध्यप्रदेश)******************************** क्या सबसे अच्छी दोस्त…? (विश्व पुस्तक दिवस विशेष)…. किताबें ही सबसे अच्छी दोस्त,जीवन भर साथ देतीबच्चों से लेकर बुजुर्गों की हमदर्द,लिखे मन के भाव कोपढ़ता है…

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इश्क़ करना खता थी

डॉ. संजीदा खानम ‘शाहीन’जोधपुर (राजस्थान)************************************** नासमझ बेअदब, बेवफा, आदमी,खुद को भी अब समझता है खुदा आदमी। ज़िंदगी बर्बाद कर डाली है उसने प्यार में,बारहा पैरों से जमीं छीन लेता आदमी।…

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पृथ्वी माँ करुणामयी

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* 'विश्व पृथ्वी दिवस' विशेष... हरित भरित सुष्मित प्रकृति चारु,नद गिरि निर्झर सिन्धु समझ लोपशु विहंग धरती भरी पड़ी,अनल अनिल नभ बन्धु समझ लो। नवांकुरित…

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‘उम्मीदों के रौशनदान’ काव्य संग्रह विमोचित

अहमदाबाद (गुजरात)। दिगंबर जैन महिला महासमिति के तत्वाधान में महावीर जयंती के महोत्सव (अहमदाबाद) में समिति की सैकड़ों महिलाएं उपस्थित रहीं। इस विशेष अवसर पर कवयित्री सपना जैन के पहले…

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राष्ट्रप्रेम की रचनाओं से सजी काव्य संध्या

सोनीपत (हरियाणा)। देशभक्ति और राष्ट्रप्रेम की रचनाओं से सजी कल्पकथा परिवार की काव्य संध्या खूब सजी। इस गोष्ठी में अमर बलिदानियों के शौर्य व सशस्त्र सैन्य बलों के सम्मान के…

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ये कौन-सी प्रगति…

संजीव एस. आहिरेनाशिक (महाराष्ट्र)****************************** साबरमती जब तुम स्व-भ्रमती थी, कैसी विहरति चलती थीयाद करो इतिहास को अपने, किन, कैसे मोड़ों पर ढलती थी। निश्चित तुम्हें याद आता होगा,कैसे स्वर्णिम पलों…

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