संग्रह ‘कल जब मैं नहीं रहूंगा’ विमोचित

दिल्ली। हिंदू कॉलेज (दिल्ली) में वरिष्ठ हिंदी साहित्यकार सुरेश ऋतुपर्ण के काव्य संग्रह 'कल जब मैं नहीं रहूंगा' का विमोचन राज्यसभा के उपाध्यक्ष एवं वरिष्ठ लेखक हरिवंश राय जी की…

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कभी कश्मीर, कभी बंगाल…

अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर (मध्यप्रदेश)****************************************** कि कभी कश्मीर जलता है, कभी बंगाल जलता है,शायद, अब मेरा देश बस ऐसे ही चलता है। हमारा घर मत जलाओ, बेघर हो जाएंगे,हर घर में…

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जीवन हेतु धरा संरक्षण जरूरी

ललित गर्ग दिल्ली*********************************** 'विश्व पृथ्वी (२२ अप्रैल) दिवस' विशेष.... प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण, जलवायु परिवर्तन से निपटने और जैव विविधता संकट को रोकने के लिए कार्रवाई का एक क्रांतिकारी आह्वान…

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नारायणा ग्रुप के छात्रों ने रचा इतिहास, देश में अव्वल

इंदौर (मप्र)। एक बार फिर नारायणा ग्रुप ने इतिहास रचा है। ग्रुप ने फिर अपना परचम पूरे देश में फहराकर नंबर वन का स्थान बरकरार रखा है। प्रतियोगी परीक्षाओं में…

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हिम्मत रख

सरोज प्रजापति ‘सरोज’मंडी (हिमाचल प्रदेश)*********************************************** तिमिर से लड़ो ओज मिलेगा,आज नहीं, कभी तो मिलेगासाहस, डगरें, हार मिलेगी,रख धैर्य, विध्न दूर मिलेगा। दीपक बुझा, जल धैर्य देखा,हौसले सहित अंधड़ देखाकपट हँसी…

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जीवन तेरे बिना अधूरा

सौ. निशा बुधे झा ‘निशामन’जयपुर (राजस्थान)*********************************************** कल-कल करती धारा,बहे देखो! ये धाराधरा पर इसका मतलब क्या,शीतल, तन और कंठ को तृप्त करे। झर-झर बहती धारा,हिमालय से कन्याकुमारी तकभिन्न-भिन्न निकले धारा,इसको…

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ध्यान धरो राधारमण

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* राधे राधे भज मनुज, कृष्णायन अविराम।ध्यान धरो राधारमण, भज लो राधेश्याम॥ मन विकार तम मन मिटे, राधे राधे नाम।अन्तर्मन नवशक्ति दे, माधव मन अभिराम॥…

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सूखी नदियों की गुहार

संजय वर्मा ‘दृष्टि’ मनावर (मध्यप्रदेश)******************************** सूरज की तपन,झुलसा रही धरती कोनदिया सूखी,पत्थर झाँक रहे नदियों सेआते-जाते लोगों के पग को,निशान बनपगडंडी कहलाने लगे। बादल गुहार कर रहे,हवा सेहमें नदियों का करना…

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‘मेरी किताब पर मेरी बात’ से समझाई पुस्तक रचना प्रक्रिया

इंदौर (मप्र) | २३ अप्रैल को 'विश्व पुस्तक दिवस' और 'प्रतिलिपि अधिकार दिवस' मनाया जाता है। उसी की महत्ता को समझते हुए वामा साहित्य मंच ने उन सदस्यों को बोलने…

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बचपन का पूरी तरह आनंद लें

हरिहर सिंह चौहानइन्दौर (मध्यप्रदेश )************************************ गर्मी में सभी के अंदाज अपने-अपने हैं और हर दिन निराले होते हैं। घरों में चिंकी, पिंकी, राहुल, श्याम, टीना और भी बहुत से बच्चा…

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