मत लड़िए

दिनेश चन्द्र प्रसाद ‘दीनेश’कलकत्ता (पश्चिम बंगाल)******************************************* मत लड़िए एक छोटे से मकान के लिए,ये शरीर भी तो नहीं है यार सदा के लिए। मत लड़िए एक छोटी-सी दुकान के लिए,ये…

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दाँव सभी का एक

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* दाँव सभी का एक है, बस सत्ता सुख भोग।राजनीति के व्यूह में, फँसते बिन सहयोग॥ दाँव सभी का एक है, दे दूसरों को घाव।नीति…

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भारत के नवजवान

कवि योगेन्द्र पांडेयदेवरिया (उत्तरप्रदेश)***************************************** नवजवान भारत के, स्वाभिमानी ना हुए तोखुशहाली धरती पे, फिर कौन लाएगाएक-दूसरे से प्रेम, की ना यदि डोर बंधीभाईचारे वाला फूल, कैसे खिल पाएगा ? देश-भक्ति…

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भरिए सदा ज्ञान चित्रगुप्त भगवान

अंजना सिन्हा ‘सखी’रायगढ़ (छत्तीसगढ़)********************************* करती वंदन देख सदा मैं, हे चित्रगुप्त भगवान।भरिए जीवन में आप सदा, देख सदा अब ज्ञान॥ ब्रह्मा तन से जन्म लिए हो, कर में कलम-दवात।पाप-पुण्य का…

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आशाओं का सूरज

डॉ. श्राबनी चक्रवर्तीबिलासपुर (छतीसगढ़)************************************************* जिंदगी की इन छोटी-मोटीमुश्किलों से अक्सर मिलते रहते हैं,कभी हौंसला बुलंद तोकभी पग डगमगा जाते हैं। जीवन के इन टेढ़े-मेढे रास्तों में रुकावट,झुंझलाहट और गिरावट कितने…

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प्रिय, चुन लिया तुम्हें

रश्मि लहरलखनऊ (उत्तर प्रदेश)************************************************** प्रिय!नैनों ने चुन लिया तुम्हें,छू लिए तुम्हारे चरणरहा नहीं बाकी फिर कोई मिलन! साँसों ने कर लिया,भावों का सत्कारपरोस दिया इच्छाओं नेव्यंजन का थाल,मन ने हर…

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मधुर वाणी

डॉ.पूजा हेमकुमार अलापुरिया ‘हेमाक्ष’मुंबई(महाराष्ट्र) ****************************************** मन दर्पणनिश्छल-सा पावनसमझो इसे। मधुर वाणीमधुर हो संबंधमानव बीच। हरियाली भूहरियाली हो मनआनंदमय। धीरे-धीरे सेप्रयास करो तुमहोंगे सफल। विश्वास रखोऔरों से ज्यादा तुमखुद पे सदा।…

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पसीना

अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर(मध्यप्रदेश)****************************************** मन बड़ा उदास था,कि मिल गया बड़े दिन बाद अचानक कामबहाया खूब पसीना,कमाए कुछ रुपएऔर पहुँचा घरदेख बिटिया की सूरत,हुई तबियत हरीबेटी को दी रोटी-साग,खुश थी आज…

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धरती करे पुकार

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* धरती करे पुकार मनुज से, स्वयं स्वार्थ से मुझे बचा लोअहंकार सत्ता वैभव तम, आहत धरती मातु समझ लो।हरित पेड़ सुष्मित धरा जगत, नद…

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रेल की प्रतीक्षा सूची

संजय सिंह ‘चन्दन’धनबाद (झारखंड )******************************** निश्चितता में लिया मैंने प्रतीक्षा आरक्षण,तीन दिन नहीं, तीस दिन से प्रति रक्षणबड़ी उम्मीद और उल्लास में बीता हर क्षण,यात्रा की तिथि पर पहुँचा मैं…

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