कुल पृष्ठ दर्शन : 195

You are currently viewing भारत के नवजवान

भारत के नवजवान

कवि योगेन्द्र पांडेय
देवरिया (उत्तरप्रदेश)
*****************************************

नवजवान भारत के, स्वाभिमानी ना हुए तो
खुशहाली धरती पे, फिर कौन लाएगा
एक-दूसरे से प्रेम, की ना यदि डोर बंधी
भाईचारे वाला फूल, कैसे खिल पाएगा ?

देश-भक्ति भावना जो, मन में प्रबल होगी,
शत्रु मातृ भूमि को न, आँख दिखलाएगा।
चहुँओर ज्ञान का, प्रकाश फैला जाएगा तो
अज्ञानता का तिमिर, यूँ ही मिट जाएगा॥