साहस की जय

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* कर्म करे जो जोश से, खुशियों से भर जाए।आस पराई जो तके, जीवित ही मर जाए॥ जीवन ख़ुद जीना पड़ता है, पीड़ा से लड़ना पड़ता है,कैसी भी मुश्किल राहों में, पर ज़िद पर अड़ना पड़ता है।दृढ़ निश्चय करना सदा, तूफाँ भी डर जाए,आस पराई जो तके, जीवित ही मर जाए…॥ काँटे … Read more

छाया है मधुबन-सी

डॉ. गायत्री शर्मा’प्रीत’इन्दौर (मध्यप्रदेश )******************************************* अलसाये अनुबंधों से गीत लिखूँ, गीत लिखूँ।छाया है मधुबन-सी, जीवन संगीत लिखूँ॥ फैला प्रकाश आज, तिमिर को संग लिये,कुछ प्रकाश कुछ तिमिर का सम्मिलित प्रयोग किये।कुछ प्रकाश को चुरा में ज्योतिर्मय गीत लिखूँ,गीत लिखूँ, गीत लिखूँ, जीवन संगीत लिखूँ…॥ लू ये बेशुमार चली, अब गर्मी का राज था,फिर कुछ देर … Read more

हर ख़्वाब अधूरा

हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़)********************************************* जज्बात भरा दिल है, पर एक न पूरा हो।हालात मिटा देते, हर ख़्वाब अधूरा हो। लम्हे न कभी दिखते, महसूस हुआ करते,कुछ वक्त मिटा देते, कुछ खूब हुआ करते।है वक्त की उस्तादी, इंसान जमूरा हो,हालात बिन समझे हर ख्वाब अधूरा हो।जज्बात भरा दिल है… तहरीर कठिन लगती, कोशिश न हुआ … Read more

मन्नतों के धागे

डॉ. गायत्री शर्मा’प्रीत’इन्दौर (मध्यप्रदेश )******************************************* मन्नतों के अनगिनत धागे मैंने बाँध दिये।रात के बाद प्रात सूरज ने फिर सवाल किये॥ बादलों पर चित्र उकेरे और दिया संदेशा,आयेगा जवाब कोई मन में था अंदेशा।उम्मीद नाकाम हो रही उदास जिंदगी जियें,मन्नतों के अनगिनत धागे…॥ कितनी कही-अनकही बातों की साथ थी सरगम,यादों की अनगिनत लड़ियाँ भी साथ थी … Read more

जो सजता है संघर्षों से…

हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़)********************************************* जो जीवन जूझे मुश्किल से, खुद मिटती उसकी कठिनाई।जो सजता है संघर्षों से, खुशियाॅं उसकी खुद ही आईं॥ प्रभु जी पार लगाते भव से, जग जीवन को गहना माने।सुख अपने दु:ख सबके बाॅंटे, सब पहचानें सब ही जानें।जीवन के पश्चात् भी रहते, जग में उसके ताने-बाने।कर लो सब संकल्पित खुद … Read more

ऐसे ही चलती है…

अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर(मध्यप्रदेश)****************************************** जिंदगी ऐसे ही चलती है।हर दिन हाथ से फिसलती है॥ जो सोचता हूँ, वह रह जाता है,समय का पहिया कुछ कह जाता है।फिर उठता हूँ हौंसले से, तो वह मिलती है।जिंदगी ऐसे…॥ एक दिन तो मेरा भी आएगा, यकीं है वक़्त खिल जाएगा।हूँ इंतजार में कि, खुशी की कब खिलती है,जिंदगी ऐसे…॥ … Read more

कब गुजर जाएगी, क्या पता!

हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़)********************************************* कब गुजर जायगी ज़िन्दगी क्या पता,एक मन्जिल मिलेगी न जिसका पता।जिन्दगी हर भले कर्म से सज सके,कर्म सजकर बनें बन्दगी का पता॥ काटनी ही पड़े जो बनी रहगुज़र,रहगुज़र में न मिलता कभी हमसफर।जो यहाॅं हैं चले जायेंगे छोड़ कर,कर्म सजकर बनें बन्दगी का पता॥कब गुजर जायगी… जिन्दगी भर रहा वक्त … Read more

हर कदम बेखबर

हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़)********************************************* जा रही जिन्दगी कौन जाने किधर,उम्रभर का सफर, हर कदम बेखबर।रहगुज़र की बनी एक मंजिल मगर,सब पहुॅंचते वहाॅं पर बिना हमसफ़र॥ तयशुदा वक्त है हर किसी के लिए,वक्त है मोल बिन तो खबर किसलिए।रहगुज़र के लिए तो न मुमकिन रुके,पर पहुॅंच कर भले दर-बदर ये फिरे।सत्य सबसे बड़ा मौत और … Read more

संविधान में नारी का अधिकार

डॉ.आशा आजाद ‘कृति’कोरबा (छत्तीसगढ़)**************************************** हे भारत की नारी सुन लो, संविधान को जानिए।आज हमें अधिकार मिला है, पढ़ उसको पहचानिए॥ बाबा साहेब अम्बेडकर जी, सकल जगत की शान है।महिलाओं का शोषण देखा, नित घटता सम्मान है।अनुच्छेद में स्थान दिया है, सबको पढ़ना चाहिए,आज हमें अधिकार मिला है, पढ़ उसको पहचानिए…॥ संविधान में अधिकार दिया, राजनीति … Read more

नहीं मुझे अधिकार…

डॉ.आशा आजाद ‘कृति’कोरबा (छत्तीसगढ़)**************************************** नहीं मुझे अधिकार दिया है, एक पुजारी बन पाऊँ।संविधान में प्राप्त मान है, गर्व से जग को बतलाऊँ॥ कहें पुजारी नारी देवी, फिर क्यों मान अधूरा है,वाचन मंत्रों का कर सकती, फिर भी स्वप्न अधूरा है।शास्त्र विदूषी होती फिर भी, कहाँ कहो गाथा गाऊँ,संविधान में प्राप्त मान है, गर्व से जग … Read more