धरती को अभिमान है
विजयलक्ष्मी विभा इलाहाबाद(उत्तरप्रदेश)************************************ गणतंत्र दिवस विशेष.... देख-देख जिसकी सम्प्रभुता,धरती को अभिमान है।कण-कण वाणीमय हो कहता,भारत देश महान है,मेरा देश महान है॥ यहां प्रकृति की है दिनचर्या,संयम में रहते दिन-रात।धरती की आग्या…