विषम परिस्थितियों में कठोर श्रम से जीवन गढ़ा डॉ. कलाम ने

डाॅ. पूनम अरोराऊधम सिंह नगर(उत्तराखण्ड)************************************* कभी-कभी समय की दीर्घ अवधि के बाद एक ऐसा मानव इस धरा पर आता है जो अपनी आभा, महिमा, शक्ति, ज्ञान, कौशल, प्रेम एवं दीप्ति को अपने साथ लाता है। इस प्रकार का मनुष्य सभी तुलना से परे होता है। वह स्वयं ही अपने वर्ग का होता है। कहते हैं … Read more

आत्मा को ज्योतिर्मय करने का पर्व

ललित गर्गदिल्ली************************************** उपवास और आराधना (पर्यूषण पर्व विशेष) पर्यूषण पर्व जैन समाज का ८ दिन का एक ऐसा महापर्व है, जिसे खुली आँखों से देखते ही नहीं, जागते मन से जीते हैं। यह ऐसा मौसम है जो माहौल ही नहीं, मन को पवित्रता में भी बदल देता है। आधि, व्याधि, उपाधि की चिकित्सा कर समाधि … Read more

कोरी गीदड़ भभकियाँ देने का उस्ताद चीन

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ******************************************* अमेरिकी कांग्रेस (निम्न सदन) की अध्यक्षा नैन्सी पेलोसी की ताइवान-यात्रा पर सारी दुनिया का ध्यान केंद्रित हो गया था। न तो ताइवान कोई महाशक्ति है, न ही पेलोसी राष्ट्रपति है। फिर भी उनकी यात्रा को लेकर इतना शोर-शराबा क्यों मच गया ? इसीलिए कि, दुनिया को यह डर लग रहा था कि … Read more

त्याग-प्रेम के प्रतीक श्रीकृष्ण सच्चे अर्थों में राष्ट्रनायक

ललित गर्गदिल्ली************************************** जन्माष्टमी विशेष…. भगवान श्रीकृष्ण हमारी संस्कृति के एक अद्भुत एवं विलक्षण राष्ट्रनायक हैं। श्रीकृष्ण का चरित्र एक लोकनायक का चरित्र है। वह द्वारिका के शासक भी है किंतु कभी उन्हें राजा श्रीकृष्ण के रूप में संबोधित नहीं किया जाता। वह तो ब्रज नंदन है। समाज एवं राष्ट्र व्यवस्था उनके लिए कर्त्तव्य थी, इसलिए … Read more

हार मानने के बजाए सामना करना चाहिए

डॉ.अरविन्द जैनभोपाल(मध्यप्रदेश)***************************************************** श्रीकृष्ण जन्माष्टमी विशेष… “जीवन में हार-जीत लगी रहती है, लेकिन सफलता सिर्फ उसी व्यक्ति को मिलती है जो अपनी गलतियों और हार से सीख लेकर आगे बढ़े। हारकर निराश होना किसी भी समस्या का हल नहीं है।” वर्तमान में श्रीकृष्ण की ऐसी शिक्षा की अत्यंत आवश्यकता है। कारण कि जो समस्याएं वर्तमान में … Read more

सिर्फ तिरंगा फहराना काफी नहीं

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ******************************************* आजादी के ७५ वें साल को मनाने के लिए हर घर में तिरंगा फहर रहा है, यह तो बहुत अच्छी बात है। भारत सरकार का यह अभियान इसलिए भी सफल हो गया है कि, इसे सभी दलों का समर्थन मिल गया है। यहां तक की कांग्रेस का भी! हालांकि, कांग्रेस दल के … Read more

भारत की है शान तिरंगा

प्रो. बीना शर्मा********************* आजादी के अमृत महोत्सव पर हर घर तिरंगा के उद्घोष ने पूरे देश के साथ-साथ आभासी जगत को भी तिरंगा कर दिया है। लोगों ने बड़े चाव से तिरंगे के साथ अपनी तस्वीर चस्पा कर ली है। घर, इमारत, कार्यालय, विद्यालय, सरकारी, गैर सरकारी संस्थाएं तिरंगे से ओत-प्रोत हैं। जगह-जगह जुलूस, नुक्कड़ … Read more

महान देश बनाने में योगदान दें

गोवर्धन दास बिन्नाणी ‘राजा बाबू’बीकानेर(राजस्थान)*********************************************** अपना सम्मान तिरंगा….. तिरंगा कोई कपड़े का टुकड़ा नहीं है, बल्कि यह हमारा राष्ट्रीय ध्वज है। इसकी आन-बान-शान की रक्षा हर भारतीय का कर्तव्य है। यही कारण है कि, हर सिपाही के मन, वचन व कर्म में यही समाया रहता है कि जान भले ही चली जाए, पर तिरंगे को कुछ … Read more

संपूर्ण नारी जगत की सुरक्षा-सम्मान की कसम अपेक्षित

ललित गर्गदिल्ली************************************** रक्षाबंधन विशेष…. भाई-बहन के पवित्र संबंध के महत्व को हमारे देश में कई पर्व-त्योहारों में प्रतिबिंबित किया गया है। उनमें रक्षाबंधन सर्वोपरि है, धार्मिक एवं अलौकिक महत्व का यह त्योहार बहन भाई के स्नेह, अपनत्व एवं प्यार के धागों से जुड़ा है, जो घर-घर में भाई-बहिन के रिश्तों में नवीन ऊर्जा एवं आपसी … Read more

राष्ट्र प्रेम और अनोखे बलिदान को याद करना जरूरी

डॉ.अरविन्द जैनभोपाल(मध्यप्रदेश)***************************************** विश्व आदिवासी अंतर्राष्ट्रीय (९ अगस्त) दिवस विशेष… लोक चिकित्सा ज्ञान भी आदिवासियों का महत्वपूर्ण परम्परागत ज्ञान है, जिसका सामुदायिक उपयोग होता है। इसे समाज के उन सदस्यों की स्वीकृति प्राप्त होती है, जो अपने अनुभवों के आधार पर इसे स्थापित किए होते हैं। आधुनिक चिकित्सा पद्धति इसे अव्यवस्थित चिकित्सा ज्ञान कहती है, पर … Read more