नमन देश की माटी चंदन

डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’अल्मोड़ा(उत्तराखंड) *************************************** ७५ बरस की आजादी का अमृत और हम सपर्धा विशेष…. नमन देश की माटी चंदन,हे माँ,तुझे प्रणाम।स्वर्ग-सी पावन निर्मल आभा,मंगलमय अभिराम॥ विश्व बंदिनी मातृभूमि जय,भारत देश…

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राधे के मन श्याम

बोधन राम निषाद ‘राज’ कबीरधाम (छत्तीसगढ़)************************************** रचनाशिल्प:मात्रा १६/११..... श्याम बसे राधा के मन में,यदु नंदन घन श्याम।हुई बावरी दर्शन खातिर,ढूँढे सुबह व शाम॥ वन-वन फिरती प्रेम दिवानी,कालिंदी के पास।लगन लगे लीलाधारी…

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नारी से शोभा

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) ******************************************* नारी से शोभा बढ़ती है,नारी फर्ज़ निभाती है।नारी कर्म सदा करती है,नारी द्वार सजाती है॥सबको कब यह भान मिलेगा,नारी प्रेम बहाती है।सबको कब यह ज्ञान…

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शीत में इस अगन बन के

ममता तिवारी ‘ममता’जांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)************************************** रचना शिल्प:२१२२ २१२२..... तुम सुबह की किरन बन के,और मध्यम पवन बन केतोड़ सीमा आज आओ,शीत में इस अगन बन के। पुंज प्रकाशित शिखर लौ,दिव्य मेरे मुख…

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शुभ दीवाली आई

बोधन राम निषाद ‘राज’ कबीरधाम (छत्तीसगढ़)********************************* दीपावली पर्व स्पर्धा विशेष …… जगमग दीप जले घर-घर में,लेकर खुशियाँ आयी है।रंग-बिरंगे परिधानों में,सबके मन को भायी है॥ धनतेरस की पावन बेला,जगमग दीप जलाते…

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काव्य कुसुम बिखराएंगे

डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’अल्मोड़ा(उत्तराखंड) *************************************** रचनाशिल्प:ताटंक छंद- ३० मात्रा,१६-१४ पर यति,पदांत २२२ सदा दूसरों के हित अपनी,कौशलता दिखलाएंगे।दया प्रेम सौहार्द्र शांति के,काव्य कुसुम बिखराएंगे॥ काव्य सरस मधुमय शब्दों की,मधुर लयबद्धता होगी।रस…

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ईश्वर कण-कण में

ममता तिवारीजांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)************************************** ईश्वर और मेरी आस्था स्पर्धा विशेष….. वे रश्मि वर्षा करते हैं,धन आंनद का भरते हैंभर आस्था प्यार पुकारे,पास खड़े श्याम हमारे। क्षिति पावक गगन समीरा,व्यापित दस दिशि थल…

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कौवे का शुभ संदेश

आशा आजाद`कृति`कोरबा (छत्तीसगढ़) ******************************************* पितृ पक्ष विशेष.... कौवे की शुभ सुन लें बात,देता है सुंदर सौगात।मूर्ख मनुज कैसा इंसान,पितर पक्ष में बने महान। ढोंग करे अरु व्यर्थ सम्मान,प्राणयुक्त में रखा…

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पुरखों को दो मान

प्रिया देवांगन ‘प्रियू’ पंडरिया (छत्तीसगढ़) ********************************** पितृ पक्ष विशेष..... करते पूजा पाठ,पितर की करते सेवा।मन में श्रद्धा भाव,और खाते सब मेवा॥करते अर्पण नीर,देव को सभी मनाते।चावल जौ को साथ,हाथ लेकर…

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गणपति आन विराजो मन में

आशा आजाद`कृति`कोरबा (छत्तीसगढ़) ******************************************* गणेश चतुर्थी विशेष..... सत्य राह की चलूँ डगर मैं,बोलूँ नित शुभ बोल।गणपति आन विराजो मन में,भाव भरो अनमोल॥ दीन दुखी की सेवा करना,नेक बने यह ध्येय।कर्म…

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