दिशाहीन विपक्ष

गोपाल मोहन मिश्रदरभंगा (बिहार)***************************************** मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद से ही लगभग हमेशा ही यही लगा कि विपक्ष पूरी तरह से दिशाहीन है। ऐसे कई छोटे-बड़े मुद्दे थे,जहाँ विपक्ष को अपनी ऊर्जा और समय खर्च नहीं करना था लेकिन किया गया और जहाँ खर्च करना चाहिए था वहाँ नहीं किया गया। वजह … Read more

लोकतंत्र का अपमान है दल बदलना

अब्दुल हमीद इदरीसी ‘हमीद कानपुरी’कानपुर(उत्तर प्रदेश)********************************************* किसी एक दल के चुनाव निशान और नीतियों पर चुनाव जीत कर चुनाव बाद दूसरे दल में शामिल हो जाना लोकतांत्रिक प्रक्रिया का खुला अपमान है। जीतने के बाद दूसरे दल में शामिल हो जाना मतदाताओं की भावनाओं के साथ एक खिलवाड़ है। इसकी इजाज़त किसी भी राजनीतिज्ञ को … Read more

भारत का टटपूंजिया विपक्ष, निंदा के अलावा कुछ नहीं

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ******************************************* राहुल गांधी ने लंदन जाकर भारत की राजनीति, सरकार, संघवाद, विदेश मंत्रालय आदि के बारे में जो बातें कहीं, वे नई नहीं हैं लेकिन सवाल यह है कि उन्हें विदेशों में जाकर क्या यह सब बोलना चाहिए ? भारत में रहते हुए वे सरकार की निंदा करें, यह बात तो समझ में … Read more

कांग्रेस:बहुसंख्यक मतदाता को फिर जोड़ने की असल चुनौती

अजय बोकिलभोपाल(मध्यप्रदेश)  ****************************************** देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी कांग्रेस के ‘नवसंकल्प चिंतन शिविर’ में दल के बुनियादी मसलों और चुनौतियों से निपटने को लेकर ठोस निष्कर्ष भले न निकला हो, लेकिन यह संदेश देने की कोशिश जरूर की है कि कांग्रेस जिन अंतर्विरोधों से गुजर रही है, उन्हें गंभीरता से लेने का वक्त आ … Read more

चिंतन शिविर: मुद्रा और मत की चिंता

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ************************************************** कांग्रेस का चिंतन-शिविर आयोजित किया जा रहा है। सबसे आश्चर्य तो यह जानकर हुआ कि इस जमावड़े का नाम चिंतन-शिविर रखा गया है। हमारे नेता और चिंतन! इन दो शब्दों की यह जोड़ी तो बिल्कुल बेमेल है। भला, नेताओं का चिंतन से क्या लेना-देना ? छोटी-मोटी प्रांतीय पार्टियों की बात जाने दें, … Read more

श्रीलंका से सबक लें

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ************************************************** श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंद्र राजपक्ष को मजबूरन इस्तीफा देना पड़ गया। उनके छोटे भाई गोटबाया राजपक्ष अभी भी राष्ट्रपति पद पर डटे हुए हैं। श्रीलंका में आम-जनता के बीच इतना भयंकर असंतोष फैल गया है कि राजपक्ष सरकार को कई बार कर्फ्यू लगाना पड़ गया है। राजपक्ष सरकार के मंत्रिमंडल में राजपक्ष-परिवार … Read more

कश्मीर में लोकतंत्र की वापसी जरुरी

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ************************************************** पंचायती राज दिवस के उपलक्ष्य में प्रधानमंत्री ने जम्मू में ऐसी परियोजनाओं का शिलान्यास किया है, जिनसे जम्मू-कश्मीर की जनता को बड़ी राहत मिलेगी। २० हजार करोड़ रु. सरकार लगाएगी और ३८ हजार करोड़ रु. का निवेश पिछले २ साल में हो चुका है। प्रधानमंत्री के साथ दुबई और अबू धाबी के … Read more

अधर में लटकी है पाकिस्तान सरकार

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ******************************* पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारतीय विदेश नीति की खुले-आम तारीफ करके अपना फायदा किया है या नुकसान,कुछ कहा नहीं जा सकता। इस वक्त पाकिस्तान की फौज और उनके गठबंधन के कुछ सांसद उनसे इतने नाराज़ हैं कि उनकी सरकार अधर में लटकी हुई है। यदि इस्लामी सहयोग संगठन (ओआईसी) के … Read more

मात्र इतनी अपेक्षा-जनता को गुमराह न करें

शशि दीपक कपूरमुंबई (महाराष्ट्र)************************************* कांग्रेस कहती है कि वर्तमान सरकार की नीति है ‘फूट डालो और राज करो’, लेकिन इतनी संजीदा बात आराम से यह कह कर भूल जाना कि ‘कश्मीरी तो ३९९ ही गए,जबकि मुस्लिम १५ हजार। यह बात लिखने वाले भूल गए कि बच्चों की तरह लूडो तो १९४७ की कांग्रेस सरकार खेल … Read more

कांग्रेस और जी-हुजूर-२३

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ******************************* ५ राज्यों के चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस की कार्यसमिति की बैठक में वही हुआ,जो पहले भी हुआ करता था। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि यदि पार्टी कहे तो हम तीनों (माँ,बेटा और बेटी) इस्तीफा देने को तैयार हैं। इस बैठक में एक भी कांग्रेसी की हिम्मत नहीं … Read more